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जिले में सरयू नदी के किनारे पानी लबालब होने के कारण घाट तैयार करने में दिक्कत होगी

सीवान(बिहार)जिले के दरौली, सिसवन, आंदर सहित अन्य प्रखंड क्षेत्रों में सरयू नदी के घाटों पर छठ करने में इस बार व्रतियों को परेशानी होगी। सरयू में पानी लबालब होने के कारण घाट तैयार करने में दिक्कत होगी। सरयू के घाटों सहित अन्य पोखरों व जलाशयों को मिलाकर इन इलाकों में 100 से अधिक स्थानों पर छठपर्व होता है लेकिन पानी के कारण अभी तक स्थानीय अंचल और प्रखंड प्रशासन द्वारा कोई तैयारी सरयू नदी के घाटों पर नहीं कर पाया है। अगर सरयू नदी का पानी घटना शुरू भी हो जाए तो छठ लायक घाट तैयार करने में दलदल के कारण दिक्कत होगी।

काफी मात्रा में बालू और पुआल की जरूरत होगी। इससे लग रहा है कि इस क्षेत्र के लोगों को इस बार कृत्रिम तालाब बनाकर ही छठ पूजा करना पड़ेगा। इसको लेकर जिला प्रशासन ने सभी अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि सरयू नदी के तट के छठ घाटों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करें और उसमें खतरनाक घाटों को चिन्हित करें। अगर पानी घटने के बाद भी छठ पर्व तक दलदल के कारण वहां पर तैयारियां पूरी नहीं होती है तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों से वार्ता कर कृत्रिम तालाब बनाकर पूजा करने के लिए आग्रह करें। सरयू नदी से सटे इलाके में ही छठ पूजा किया जाए लेकिन व्रतियां दलदल वाले घाट तक नहीं पहुंचे।

इसके लिए सभी खतरनाक घाटों को चिन्हित करने के बाद वहां पर सूचना भी लगाए जाने की तैयारियां की जा रही है। इससे वहां तक व्रतियां नहीं पहुंच सकें। बतातें चले कि नेपाल में हुए भारी बारिश के कारण सरयू नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है। इससे नदी तट के कई गांवों में पानी भी प्रवेश कर गया। इसके कारण ही इस बार नदी तट पर छठ का आयोजन होने में बाधा उत्पन्न हो रही है। इधर धीरे-धीरे नदी का पानी भी कम होने लगा है।

एक कंपनी पहुंचेगा जिले में एसडीआरएफ की टीम
सरयू नदी सहित अन्य नदी और तालाबों में अत्यधिक पानी को देखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार छठ पूजा को देखते हुए एक कंपनी एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया है। इनकी तैनाती चिन्हित छठ घाटों पर होगी। प्रशासन के तरफ से सभी छठ घाटों और प्रमुख स्थानों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी सहित भारी मात्रा सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर भी तैयारियां चल रही है। सभी छठ घाटों पर कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी। छठ के पहले नगर निकाय क्षेत्रों के सभी छठ घाटों की सफाई कराने की जिम्मेवारी कार्यपालक पदाधिकारियों को दी गयी है। इनके द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के छठ घाटों की सफाई कराने के साथ ही बिलिचिंग पाउडर व चुना का छिड़काव कराया जाएगा। इसके बाद खतरनाक स्थानों पर बांस बल्ला से बैरेकेटिंग भी करायी जाएगी। इसी तरह से ग्रामीण क्षेत्रों में भी बीडीओ व सीओ को तैयारियां करने की जिम्मेवारी मिली है।

नगर परिषद ने शुरू कराया छठ घाटों की सफाई
नगर परिषद क्षेत्र में 38 छठ घाटों को चिन्हित किया गया है। जहां पर छठ व्रतियों द्वारा पूजा अर्चना की जाती है। कार्यपालक पदाधिकारी राहुल धर दूबे ने छठ घाटों की सफाई शुरू करा दी है। इसके लिए अभी दस मजदूरों को लगाया गया है। आने वाले दो से तीन दिनों के बाद और मजदूरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बुधवार को शहर के विदुरती हाता स्थित टेलिफोन एक्सेंज के पीछे दाहा नदी स्थित छठ घाट की सफाई कार्य में मजदूर जुटे थे। इसके अलावा दाहा नदी के कंधवारा और टड़वा स्थित सभी छठ घाट की सफाई भी करा ली गयी है। कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि सफाई कार्य कराने की जिम्मेवारी प्रभारी सफाई निरीक्षक राहुल सिंह को दी गयी है। जिनके देख-रेख में छठ घाट की सफाई चल रही है। छठ पूजा के दौरान पूरे शहर सहित घाटों पर ब्लिचिंग पाउडर और चुना का छिड़काव होगा। सड़क सहित सभी छठ घाटों पर बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। खतरनाक स्थानों पर बास बल्ला से बैरेकेटिंग करायी जाएगी। अगर दाहा नदी के किसी छठ घाट पर दलदल रहेगा वहां पर राबिस गिराया जाएगा और उसे पूजा लायक बनाया जाएगा।

क्या कहते है सदर अनुमंडल पदाधिकारी
सरयू नदी के सभी छठ घाटों का निरीक्षण करने को लेकर सभी सीओ व बीडीओ को निर्देश दिया गया है। इस बार नदी में पानी बढ़ने के कारण वहां के छठ घाटों पर छठ पर्व करना संभव नहीं दिख रहा है। अगर पानी घट भी जाता है तो दलदल की स्थिति बनी रहेगी। इसको लेकर सभी बीडीओ व सीओ को निर्देश दिया गया है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ बैठक कर छठ पूजा कृत्रिम तालाब बनाकर करने के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही नदी से सटे इलाके में भी छठ पूजा की जा सकती है। जहां दलदल नहीं हो। सभी छठ घाटों पर दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती रहेगी।

रामबाबू बैठा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी सीवान