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पूर्णिया जिले में उपलब्ध हैं आवश्यक ऑक्सीजन सिलेंडर

  • जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक
  • कोविड मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपलब्ध कराई गई है बेड
  • शनिवार-रविवार को प्रखंड स्तर तक बाजार बन्दी सख्ती से लागू करने का मिला निर्देश
  • कोविड टीकाकरण व सैम्पल टेस्टिंग में तेजी लाने का दिया गया निर्देश

पूर्णिया(बिहार)जिला पदाधिकारी राहुल कुमार की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड-19 टीकाकरण एवं एक्टिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों की जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया। शनिवार-रविवार को नगर निगम क्षेत्र के अलावा प्रखंड मुख्यालय स्तर में भी जरूरी दुकानों को छोड़कर बाजार बन्दी को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया। बैठक में प्रशिक्षु आईएएस, डीडीसी मनोज कुमार, सिविल सर्जन डॉ एस के वर्मा, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, कोविड प्रभारी पदाधिकारी, ओएसडी, यूएनडीपी सदस्य, केयर, डब्लूएचओ, यूनीसेफ अधिकारी के साथ ही सभी प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा उपस्थित रहे।

कोविड मरीजों के लिए जिले में उपलब्ध है आवश्यक व्यवस्था :
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया जिले में कोविड संक्रमितों की संख्या में प्रतिदिन वृद्धि देखी जा रही है। इससे निपटने के लिए जिले में आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। जिला कोविड हेल्थ केयर सदर अस्पताल में कोविड के 10 मरीज हैं। जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर की पूरी व्यवस्था है। 568 ऑक्सीजन सिलेंडर जिला में उपलब्ध हैं। मेडिकल कॉलेज सदर अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए 100 बेड तैयार किए गए हैं। जिले में कोविड एक्टिव मरीजों की संख्या 2500 से ज्यादा है। इससे निपटने के लिए संक्रमित क्षेत्रों में कॉन्टेन्मेंट जोन बनाए गए हैं। पूर्णिया शहरी क्षेत्रों में संक्रमित लोगों की संख्या ज्यादा है जिसके लिए नगर निगम क्षेत्र में 17 कॉन्टेन्मेंट जोन बनाए गए हैं। जिला कोविड नियंत्रण कक्ष से सभी संक्रमित व्यक्ति से संपर्क करने में हो रही परेशानी को देखते हुए प्रखंड स्तर में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे जहां से संक्रमित व्यक्ति को फोन से बचाव की जानकारी दी जाएगी।

शनिवार-रविवार को प्रखंड स्तर तक बाजार बन्दी सख्ती से लागू करने का मिला निर्देश :
बैठक में जिलाधिकारी राहुल कुमार ने सभी अधिकारियों को कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि को रोकने हेतु जिले में लगाये गए शनिवार-रविवार बाजार बंद को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया। इस बन्दी के दौरान केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुली रहेंगी। जलालगढ़ में संक्रमित मरीजों में वृद्धि को देखते हुए वहां कॉन्टेन्मेंट जोन बनाने का निर्देश दिया गया। कॉन्टेन्मेंट जोन में सभी प्रकार की दुकानें, गाड़ियों का आवागमन पूरी तरह से बन्द रखा जाएगा । कॉन्टेन्मेंट जोन क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मियों को घर-घर जाकर सैम्पल टेस्टिंग करने का निर्देश दिया गया है।

कोविड टीकाकरण व सैम्पल टेस्टिंग में तेजी लाने का दिया गया निर्देश :
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड-19 सैंपल टेस्टिंग व टीकाकरण स्तर में तेजी लाने का निर्देश दिया है। जिले में अबतक 2 लाख से अधिक लोगों का कोविड-19 टीकाकरण हो चुका है जिसमें से 1 लाख 90 हजार से अधिक लोगों को प्रथम डोज जबकि 30 हजार से अधिक लोगों को दूसरा डोज भी लगाया जा चुका है। जिलाधिकारी ने दूसरे डोज की संख्या में वृद्धि लाने का निर्देश दिया है। इसके लिए टीकाकरण स्थल पर आ रहे लाभार्थियों से उसके पहले-दूसरे डोज की अच्छी तरह जानकारी लेने का निर्देश दिया गया। प्रखंड अधिकारियों को अपने स्तर से वैक्सीनेशन करवाने का निर्देश दिया गया है जिससे टीकाकरण स्थल पर वैक्सीन कम हो रही है वहां दूसरे टीकाकरण स्थल से जहां वैक्सीन शेष है उसे उपलब्ध कराया जा सके। राज्य स्तर से जितनी वैक्सीन भेजी जा रही है उसे टारगेट बनाकर जल्द ही खत्म करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को दिया गया है। टीकाकरण संख्या को ससमय पोर्टल पर दर्ज किया जाना है। 01 मई से टीकाकरण संख्या में तेजी आएगी। उसके निवारण के लिए सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को रणनीति तैयार करनी है। जिलाधिकारी ने जिले में कोविड-19 टेस्टिंग की संख्या में भी तेजी लाने का निर्देश जारी किया। मरीजों के लिए भेजी गई एम्बुलेंस से जांच टीम भी भेजने और आसपास के क्षेत्रों में टेस्टिंग करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने जरूरत के अनुसार किराए पर एम्बुलेंस लेने का निर्देश दिया है। वैक्सीनेशन के लिए लोगों को जागरूक किया जाना है जिसके लिए आईसीडीएस एवं शिक्षा विभाग का सहयोग लिया जाएगा। जिले में कोविड-19 आरटीपीसीआर जांच में भी तेजी लाया जाना है। प्रतिदिन आरटीपीसीआर में 600 सैंपल जांच किया जाना है। जरूरी व्यवस्था के अभाव में उक्त जांच नहीं हो पा रही है। जिलाधिकारी ने जरूरी व्यवस्था उपलब्ध कराते हुए जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया है।