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एक सप्ताह से पछुआ हवा चलने से गेहूं की उत्पादन कम होने की संभावना से किसान निराश

भगवानपुर हाट(सीवान)प्रखंड क्षेत्र के आसपास के गांव में गेहूं की कटनी और थ्रेसिंग करने में जुट गए है।इसको लेकर किसान सुबह में अपने खेत में लगे गेहूं की फसल की कटाई के लिए पहुंच रहे तथा दो पहर से पहले तक कटनी कर रहे है।इसके साथ ही किसान गेहूं की थ्रेसिंग कराते जा रहे है।किसान रामायोध्या प्रसाद ने बताया कि गेहूं की उत्पादन कम होने की संभावना है,कारण की समय से बारिश नहीं हुई और तापमान बढ़ने के साथ ही साथ तेज पछुआ हवा ने गेहूं के उत्पादन को प्रभावित किया है।

उन्होंने कहा जो किसान गेहूं की दो से अधिक सिंचाई किए है उनके फसल की कटाई में अभी एक सप्ताह का समय है।जबकि जो किसान सिंचाई कम की है उनके गेहूं का फसल तैयार हो गया है और उनकी कटाई के साथ थ्रेसिंग करने में लग गए है।किसान मधुसुधान प्रसाद ने बताया कि लो लैंड में नमी होने के कारण लेट से गेहूं लगाने के कारण फसल तैयार होने समय लग रहा था,लेकिन पछुआ हवा चलने के कारण फसल झुलस कर सुख गया है।

जिससे भी उत्पादन प्रभावित हुआ है। वही कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर हाट के वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डॉ.जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि एक सप्ताह से तेजी के साथ चले पछुआ हवा ने गेहूं के फसल को नुकसान पहुंचाया है।जिससे गेहूं के उत्पादन कर प्रभाव देखा जा रहा है।उन्होंने बताया कि जो किसान समय से गेहूं की बुआई किया है उनका उत्पादन कम होने की संभावना है।जबकि जो किसान लेट से गेहूं की बुआई करने वाले किसानों को पछुआ हवा से नुकसान हुआ है।उन्होंने बताया की समय से बुआई करने वाले किसान की अपेक्षा 10 से 15% कम उत्पादन होता है।