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कृषि विज्ञान केंद्र में मूल्य संवर्धन पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

प्रमाण पत्र देते बीडीओ

भगवानपुर हाट(सीवान)कृषि विज्ञान केंद्र भगवानपुर हाट के द्वारा आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम विषय- कटहल एवं आम में मूल्य संवर्धन का समापन समारोह केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ.अनुराधा रंजन कुमारी द्वारा सभी अतिथियों एवं प्रशिक्षणार्थियों का स्वागत किया गया। सब्जियों एवं फलों में मूल्य संवर्धन करके महिलाएं स्वावलंबी बनेगी अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगी।

सभी को समूह बनाकर इसे रोजगार के रूप में शुरू करने का आह्वान किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन सुश्री सरिता कुमारी द्वारा पांच दिनों में कटहल का चिप्स, स्कैश ,आटा एवं आम का स्क्वस अमचूर पाउडर एवं जैम बनाकर प्रशिक्षणार्थियों को सिखाया गया ।सभी ने बहुत मन से सीखा प्रशिक्षण के अंतिम सत्र में मुख्य अतिथि बीडीओ डॉ कुंदन के द्वारा सभी को स्वावलंबी बनने की कामना की गई सभी को कृषि विज्ञान केंद्र से निरंतर प्रशिक्षण लेकर जीविका समूह के माध्यम से रोजगार शुरू करने की सलाह दी गई ।सभी को कहा गया की फल एवं सब्जी में मूल्य संवर्धन करके अच्छी आमदनी ले सकते हैं ।मुख्य अतिथि द्वारा सभी को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र दिया गया। इस कार्यक्रम में अनुराधा कुमारी, मनीषा कुमारी ,नेहा, अंजलि ,संजना ,उजाला एवं सुमन कुमारी ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए दस दिवसीय प्रशिक्षण शुरू

कृषि विज्ञान केंद्र में फार्मर फेस एग्रीकल्चर रिसर्च टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड दस दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन बीडीओ डॉ कुंदन एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया ।प्रशिक्षण में बिजनेस मैनेजर एवं किसान सलाहकार नव चयनित लगभग 45 लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।प्रशिक्षण 10 दिवसीय आवासीय हो रहा है जिसमें मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी मोहन मुरारी सिंह द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा एवं मुख्य अतिथियों को स्वागत किया गया।सब्जियों की जैविक खेती पर प्रशिक्षण एवं जिले में जैविक खेती को बढ़ावा देने पर जोड़ दिया गया केंद्र के अध्यक्ष द्वारा सभी को बताया गया की खेती में रासायनिक उर्वरक का प्रयोग की जा रही है जिससे उत्पादन में कमी आ रही है आज सभी किसानों को जैविक खेती को अपना कर अपनी मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाना होगा।जैविक खेती से जलस्तर में भी बढ़ोतरी होगी।

मुख्य अतिथि डॉ कुंदन कई उदाहरण के साथ जैविक खेती में किसानों को आगे आकर खेती करने की सलाह दी गई। जैविक खेती से हमें ज्यादा आमदनी होगी किसान खुशहाल होंगे तो हमारा देश खुशहाल होगा।आने वाला समय में जैविक खेती अपनाकर किसान मिट्टी की स्वास्थ्य के साथ अपनी स्वास्थ्य भी सही रख सकते हैं। प्रशिक्षण में मंच का संचालन शिवम चौबे द्वारा किया गया।इस मौके पर डॉ.हर्षा बी आर वैज्ञानिक फसल उत्पादन ,डॉ.नंदीश सी वी विशेषज्ञ फसल सुरक्षा , डॉ. जोना दाखो , वैज्ञानिक उद्यान श्री प्यारे मोहन पांडे द्वारा सभी को संबोधित किया गया इंजीनियर कृष्ण बहादुर छेत्री कृषि अभियंता द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया