सरकारी योजना के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़,करोड़ों की संपत्ति बरामद, दो अभियुक्त गिरफ्तार
सारण:जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जलालपुर में एक संगठित ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए स्थानीय पुलिस ने दो भाइयों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को एन.जी.ओ. सदस्य बताकर इंदिरा आवास योजना एवं लोन पास कराने के नाम पर गरीब महिलाओं से जेवरात उतरवाकर ठगी करते थे।

सूचना पर त्वरित कार्रवाई
दिनांक 24 जुलाई को जलालपुर थाने को सूचना मिली कि दो व्यक्ति महिलाओं से उनके जेवर उतरवाकर फोटो खींचने के बहाने ठगने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छापेमारी कर दोनों संदिग्धों को मौके से हिरासत में लिया।एसएसपी सारण डॉ.कुमार आशीष के निर्देश पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का भंडाफोड़ किया।

पूछताछ में बड़ा खुलासा
पुलिस पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों – मुकेश कुमार एवं राकेश कुमार, पिता- शिवनाथ राम, निवासी नकाश चौक, श्रीरोड, थाना नगर, जिला वैशाली – ने खुलासा किया कि वे लंबे समय से महिलाओं को सरकारी योजनाओं के नाम पर फंसा कर उनके जेवरात एवं नकदी ठगते रहे हैं। इनका गिरोह विभिन्न थाना क्षेत्रों में सक्रिय था।
पिछले आपराधिक रिकॉर्ड
गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ बिहार के विभिन्न थानों में कुल 7 मामले दर्ज हैं, जिनमें IPC और BNSS की गंभीर धाराओं में मुकदमे चल रहे हैं। जिन प्रमुख मामलों में इनकी संलिप्तता सामने आई है वे इस प्रकार हैं:जिसमें जलालपुर थाना कांड सं.67/25,101/25,अवतारनगर थाना कांड सं. 130/25,मढ़ौरा थाना कांड सं. 489/25,गड़खा थाना कांड सं. 411/25।वही दरियापुर और पुनपुन थाना में पूर्व के ठगी व चोरी के मामले दर्ज है।
बरामद संपत्ति
पुलिस की विशेष टीम (SIT) द्वारा की गई छापेमारी में भारी मात्रा में संपत्ति जब्त की गई है:जिसमें 808.31 ग्राम सोने के आभूषण,1060.10 ग्राम चांदी के आभूषण,₹53.30 लाख नकद,एक मोटरसाइकिल एवं एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
विशेष टीम को पुरस्कृत करने की अनुशंसा
इस सफल ऑपरेशन में शामिल SIT टीम – अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, एकमा; अंचल पुलिस निरीक्षक, सदर; थानाध्यक्ष, जलालपुर; जिला आसूचना इकाई, सारण तथा अन्य पुलिसकर्मी – को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
सामाजिक अपील
पुलिस प्रशासन ने आम जनता, विशेषकर महिलाओं से अपील की है कि वे किसी भी अजनबी द्वारा सरकारी योजना, लोन या फोटो लेने के बहाने की बातों में न आएं। ऐसे संदिग्ध व्यक्ति दिखें तो तुरंत 112 या स्थानीय थाना को सूचित करें।पुलिस गिरोह के दोनों सदस्यों को गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल के माध्यम से कठोरतम सजा दिलाने के लिए न्यायालय से अनुरोध करेंगी। पुलिस द्वारा इस तरह के मामलों में लगातार सतर्कता बरती जा रही है और आम जन को जागरूक करने का भी अभियान चलाया जा रहा है।

