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पोस्टऑफिस में एजेंट माध्यम से पैसा जमा करते है तो हो जाए सावधान

सारण(बिहार) जिले में धोखाधड़ी का एक मामला प्रकार में आया है। बता दें कि डाकघर के एक एजेंट ने जमाकर्ताओं के करोड़ों रुपये लेकर रफूचक्कर हो गया। यह मामला छपरा के भगवान बाजार थाना क्षेत्र के दौलतगंज मुहल्ले का है। जहां धीरज अग्रवाल नाम का एक एजेंट लोगों के पैसे मुख्य डाकघर में जमा करवाने का काम करता था। स्तब्ध की बात यह है कि धीरज पैसा जमा करने के दौरान ही लोगों से निकासी फॉर्म पर साइन करवा लेता था।विश्वास के चलते लोग उससे पासबुक भी नहीं मांगते थे। जमाकर्ता एजेंट धीरज अपनी बृद्धि माता के नाम पर बचत एजेंसी चलाता था। कहा जा रहा है कि आरोपी करीब 5 करोड़ के आसपास की राशि को लेकर रफूचक्कर हो गया है। इसको लेकर पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत की है। मामले की जांच शुरू है। बता दें कि करीब 10 साल में एजेंट पर लोगों का अधिक विश्वास हो गया था। ऐसे में जमाकर्ता उससे अपने खाते की पासबुक भी नहीं मांगते थे।इसके अलावा जमा करने की तारिक खत्म होने से पहले ही लोग रुपया निकालने के सादे फॉर्म पर साइन कर उसे सौंप देते थे। लोगों के विश्वास का नजायज फायदा उठाते हुए धीरज अपने घर से परिवार के साथ फरार हो गया। जमाकर्ताओं की भनक लगी तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। कई जमाकर्ता अपनी पासबुक खोजने लगे और घर जाकर तलाशी लेने लगे। कुछ लोगों को अपनी पासबुक वहां मिली भी, लेकिन उसमें पैसे का हेर फेर था।
इस मामले में एक जमाकर्ता जीपी तिवारी (सेवानिवृत्त प्रोफेसर) ने सारण एसपी संतोष कुमार को इस फ्रॉड की जानकारी दी। जिसके बाद उन्होंने जरूरी कागजातों के साथ भगवान बाजार थाने में शिकायत दर्ज कराई। वहीं मीडिया में एसपी ने बताया कि कई जमाकर्ताओं से फ्रॉड किए जाने की सूचना है, लेकिन एक ही पीड़ित मेरे पास आए हैं, और लोगों के आने पर इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।
भाई की करतूत की सजा बड़े भाई को मिल रही है: फ्रॉड एजेंट 10 सालों से अधिक समय से डाकघर की बचत योजनाओं का काम किया करता था। धीरज के बड़े भाई पंकज अग्रवाल ने जानकारी दी कि वो अलह रहता है। धीरज की वजह से जमाकर्ता उसे भी धमकी दे रहे हैं। लोगों के डर से वह अपनी दुकान भी नहीं खोल पा रहा है।

स्रोत जनसत्ता