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चुनौतियों के बावजूद भी कोरोना से बचाव हेतु मास्क है जरूरी

सतर्कता ही बचाव का एक मात्र साधन है
सुरक्षा के मानक उपाय के साथ कार्यो का संचालन
जबतक दवाई नही तब तक ढिलाई नहीं

कोरोना के बीच कार्य करते मजदूर

किशनगंज(बिहार)वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते लोगों की जिंदगी काफी चुनौतीपूर्ण रही है। साथ ही उनके जीवन-यापन पर काफी असर पड़ा है। खास कर उनलोगों की, जो मजदूर तबके के है। मजदूरों को लॉकडाउन के समय में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है उनके काम पर आने-जाने और सभी चीजों के बंद हो जाने से सब कुछ ठप्प पड़ गया, धीरे-धीरे अनलॉक शुरू हुआ लेकिन कोरोना का भय जारी रहा है। शहर से लेकर गांव तक सभी लोग सरकार के दिशा निर्देश का पालन करते हुये काम पर लौटने लगे। गांव के ज़्यादातर मजदूर कोरोना के डर को समझते हुए सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे है खास कर इट भट्टो में काम करने वाले मजदूर भी मास्क जैसे बुनियादी तरीका जो कोरोना संक्रमण को रोकने में कारगर है उसका इस्तेमाल कर रहे है। चुकी मास्क पहनकर इट भट्टो मैं काम करना काफी कठिन है।

सतर्कता ही बचाव का एक मात्र साधन है
इट भट्टे में काम कर रहे शौकत अली, मेहरुल मिया, आमिर हुसैन, आदि मजदूर बताते है कि भट्टे में काम के दौरान बार -बार पसीना आ जाता है तथा धूल कण से भी मास्क पहनने में काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है चूंकि काम करना भी जरूरी है क्योंकि जीवन यापन का यह ही एक मात्र साधन है तथा कोरोना संक्रमण से भी बचना है इसलिए चुनौती के बावजूद मास्क पहन कर ही काम करते है ।


सुरक्षा के मानक उपाय के साथ कार्यो का संचालन
महीनगांव में ईट भट्टे के संचालन करताराकेश सिंह बताते है कि संक्रमण काल में ईंट भट्ठा का संचालन करना काफी कठिन है। पहले ज्यादा मजदूर आते थे लेकिन इस बार संक्रमण के डर से आधे भी नही आये है तथा जो आये है उन्हें प्रत्येक दिन डिस्पोजल मास्क, साबुन उपलब्ध कराया जाता है तथा रहने में भी सोशल डिस्टेंसिंग तथा सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार सभी लोग काम कर रहे है एवं किसी मजदूर को यदि सर्दी खासी बुखार की शिकायत होती है तो तुरंत जांच हेतु सदर अस्पताल ले जाया जाता है जिससे कि संक्रमण का रोकथाम किया जा सके ।

जबतक दवाई नही तब तक ढिलाई नहीं

सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया ईट भट्टो के मजदूरों ने जो समस्याएं बताई हैं, वह सही है। मजदूर वर्ग के लोगों को परेशानियां होती है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि वह मास्क का इस्तेमाल बन्द कर दें। उन्हें व अन्य मजदूरों को गंदे मास्क से बचना चाहिए। इसके लिए उन्हें अतिरिक्त मास्क लेकर घर से निकलना होगा। घर में बने तीन लेयर के मास्क ज्यादा सुरक्षित होते हैं। एक मास्क गन्दा हो जाये, तो उसे तत्काल बदल दें। यदि ऐसा नहीं किया जाए तो संक्रमण का खतरा तो बढ़ेगा ही साथ में सांस की बीमारी भी हो सकती है। ईंट-भट्टों पर मास्क, फेस कवर व ग्लब्स का भी प्रयोग करें। साथ ही, अपने औजारों को समय समय पर सैनिटाइज करें जिससे संक्रमण का खतरा कम हो सके। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि जबतक दवाई नही आ जाती तब तक दिशा निर्देश का पालन करना ही बेहतर होगा ।

कोविड-19 से बचाव के लिए इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान:
• मास्क का प्रयोग अवश्य करें
• हाथों को बार-बार पानी और साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें
• सहयोगियों से परस्पर दूरी बनाकर रखें
• कार्य के दौरान अति आवश्यक वस्तु को ही छुए
• सहकर्मियों से बात करें, अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें