दरभंगा में भीषण गर्मी, लू और आगजनी से बचाव को लेकर बैठक
दरभंगा(बिहार)भीषण गर्मी, आगजनी और लू से बचाव को लेकर समाहरणालय स्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिलाधिकारी ने अग्निशमन विभाग को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को आगजनी से बचाव के उपायों की जानकारी दी जाए।
सिविल सर्जन को अस्पतालों में जरूरत के अनुसार आइसोलेशन एसी वार्ड की व्यवस्था करने को कहा गया। स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल और ओआरएस पैकेट की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। नवजात शिशु, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का अद्यतन सर्वेक्षण कर विशेष चिकित्सा के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया।

जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी स्कूलों में शुद्ध पेयजल और ओआरएस की व्यवस्था करने को कहा गया। शनिवार के कार्यक्रम के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। लोक स्वास्थ्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को पेयजल संकट से निपटने के लिए जल आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया। भूगर्भ जल स्तर की निगरानी और समीक्षा कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया।
चापाकल मरम्मत के लिए बनाए गए दल और कंट्रोल रूम के नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया। सभी अंचलाधिकारियों को अग्निकांड पीड़ितों को 24 घंटे के भीतर पॉलिथीन शीट और नगद अनुदान देने का निर्देश दिया गया। पशु शेड और पशुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था करने को कहा गया।
श्रम अधीक्षक को निर्माण स्थलों पर काम का समय सुबह 6:00 से 11:00 बजे और अपराह्न 3:30 से संध्या 6:00 बजे तक निर्धारित करने को कहा गया। श्रमिकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल, ओआरएस और शेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। नगर आयुक्त को अपने क्षेत्र में प्याऊ लगाने, चापाकलों की मरम्मत और आश्रय स्थलों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
मनरेगा के तहत तालाब और नहरों में चल रहे कार्यों को सुबह 6:00 से 11:00 बजे और अपराह्न 3:30 से संध्या 6:30 बजे तक करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने आम नागरिकों से सुबह 9:00 बजे तक खाना बना लेने और पछुआ हवा के कारण आगजनी से बचने की अपील की। घर से बाहर जाते समय मेन स्विच बंद करने और ढीले तारों को दुरुस्त कराने की सलाह दी।
बैठक में आगामी बाढ़ को लेकर भी समीक्षा की गई। सामग्री की निविदा, पॉलीथिन शीट, सरकारी और निजी क्षतिग्रस्त नावों की मरम्मत, बाढ़ आश्रय स्थल, एसडीआरएफ टीम की मांग और लाइफ जैकेट की खरीद पर चर्चा हुई। बाढ़ आश्रय भवनों का निर्माण शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया। लाइफ जैकेट की गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि नाविकों का भुगतान कर दिया गया है। किसी भी नाविक का भुगतान लंबित नहीं रहना चाहिए। संबंधित अंचलाधिकारी इसे सुनिश्चित करेंगे। बाढ़ राहत में सामुदायिक रसोईघर, भोजन पैकेट और नाविकों के भुगतान की राशि सभी अंचलाधिकारियों को आवंटित कर दी गई है।
बैठक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन सलीम अख्तर, उप निदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद, वरीय उप समाहर्ता वृषभानु चंद्रा, श्रम अधीक्षक किशोर कुमार झा, प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस चांदनी सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।