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फाइलेरिया मरीजों को बांटी गई एमएमडीपी किट, दी गई सेल्फ केयर की जानकारी

छपरा:जिले में राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत हाथीपांव से पीड़ित मरीजों को एमएमडीपी किट दी जा रही है। दरियापुर प्रखंड के सुतिहार आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर 10 मरीजों के बीच यह किट बांटी गई। इस दौरान वीबीडीएस घनश्याम यादव और सीएचओ नंदन कुमार ने मरीजों को खुद की देखभाल के तरीके बताए।

एमएमडीपी किट में टब, टॉवल, साबुन, क्रीम, लोशन और विशेष चप्पल दी गई। इसका उद्देश्य मरीजों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। ताकि वे संक्रमण से बच सकें और सूजन में राहत मिले। फाइलेरिया से दिव्यांग हुए मरीजों को चिह्नित कर उनका ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। उन्हें दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी दिया जा रहा है। जिससे वे सरकारी योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा लाभ का लाभ ले सकें।

वीबीडीएस घनश्याम यादव ने बताया कि क्यूलेक्स मच्छर फाइलेरिया फैलाता है। यह मच्छर संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित करता है। इसके लक्षण 5 से 15 वर्ष की उम्र में सामने आते हैं। मरीजों को हाथ-पैर या अंडकोष में सूजन हो सकती है। महिलाओं में स्तन के आकार में बदलाव देखा जाता है। ग्रसित अंगों की सफाई से संक्रमण का खतरा नहीं रहता।

वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि एमएमडीपी किट हाथीपांव के मरीजों के लिए काफी लाभकारी है। इसमें दी गई चप्पल मरीजों को धूल और गंदगी से बचाती है। किट में मौजूद साबुन और क्रीम से ग्रसित अंगों की सफाई की जाती है। मरीजों को समय-समय पर प्रशिक्षण देकर किट के इस्तेमाल की जानकारी दी जाती है।