अम्बेडकराइट डॉक्टर एसोसिएशन ने केंद्र सरकार का फूंका पुतला
रोहतक महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय अम्बेडकर स्टूडैंट्स फ्रंट और अम्बेडकराइट डॉक्टर एसोसिएशन के संयुक्त आह्वान पर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई। जिसका मुख्य उद्देश्य सरकारी जमीन अतिक्रमण का आरोप लगाकर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए विवादित फैसले के आधार पर 24 घण्टे में ही दिल्ली के तुगलकाबाद में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी का मंदिर तोड़े दिए जाने पर देश भर में उपजे विवाद पर रोहतक में अम्बेडकर स्टूडैंट्स फ्रंट, अम्बेडकराइट डॉक्टर्स एसोसिएशन और सामाजिक बुद्धजीवियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया। वैसे तो देश भर में सरकारी जमीनों पर काफी मात्रा में अतिक्रमण है और अनेकों प्रकार के मंदिर एवं अन्य स्थल-स्मारकों एवं नेताओं के नाम से पार्क बने हुए हैं। ऐसे मामलों पर जब सुप्रीम कोर्ट में केस आते हैं, तब जनता की भावनाओं को ध्यान में रखकर फैसले सुनाएँ जाते हैं लेकिन जब दलित समाज के महापुरुषों के नाम से बने पार्कों तथा स्मारकों पर तुरन्त पंजा घुमाया जाता है। अम्बेडकर स्टूडैंट्स फ्रंट के चैयरमैन राकेश चोपड़ा ने कहा कि अगर केंद्र सरकार तथा दिल्ली सरकार की दलित विरोधी मानसिकता नहीं होती तो आज ऐसा दिन नहीं देखना पड़ता। अम्बेडकराइट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रधान डॉ चंद्रभान ने कहा कि यह दलित समाज के महापुरुषों का अपमान है, इसको किसी भी कीमत पर सहा नहीं जाएगा। जिसका पूरा दलित समाज घोर विरोध करता है। इस अवसर पर ASF के प्रधान विनोद काकड़ोली, अमित चोपड़ा, हिमांशु, अनिल गुगाहेड़ी, अमित ग्रोवर, अनिल संगेहड़ा, कर्मबीर रंगा, अमित मलिक, वीरेन्द्र काकड़ोली, नरेंद्र मलिक, जगनू सरोहा (पूर्व अध्यक्ष बसपा महम) , प्रवीण बागोतिया (पूर्व अध्यक्ष बसपा रोहतक) सुनील बिरला, नरेश कालिया, एड्वोकेट सुनील मेहरा, मनोज चहल, अशोक मदीना, दिनेश कुमार इत्यादि मौजूद रहे।