ऑपरेशन सिंदूर और मीडिया पर हकेवि में राष्ट्रीय संगोष्ठी
महेंद्रगढ़:हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग और विश्व संवाद केंद्र, हरियाणा के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। विषय था—‘ऑपरेशन सिंदूर एवं मीडिया: एक संवाद’। संगोष्ठी देवर्षि नारद को समर्पित रही। इसका उद्देश्य ऑपरेशन सिंदूर की मीडिया कवरेज के माध्यम से पत्रकारों की भूमिका पर चर्चा करना था।
मुख्य अतिथि और वक्ता समाजसेवी डॉ. लक्ष्मी नारायण रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी सत्यप्रकाश गौतम और कैलाश पाली उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पत्रकारिता विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने की। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में जो पराक्रम दिखाया, उस पर हर भारतीय को गर्व होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को देवर्षि नारद की तरह सच्चा पत्रकार बनने और भारतीय धर्मशास्त्र पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. अशोक कुमार ने विदेशी मीडिया द्वारा ऑपरेशन सिंदूर की कवरेज और दुष्प्रचार पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मीडिया के विद्यार्थियों को दुनिया भर के मीडिया में ऑपरेशन सिंदूर की रिपोर्टिंग का विश्लेषण करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस दौरान फेक सूचनाओं के जरिए प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिशें भी हुईं। उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स, सीएनएन, वाशिंगटन पोस्ट, बीबीसी, शिकागो ट्रिब्यून, जापान टुडे और द टाइम्स ऑफ इजराइल जैसे अखबारों का उदाहरण देते हुए मीडिया कवरेज की विवेचना की।
डॉ. लक्ष्मी नारायण ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। उन्होंने बताया कि सेना ने अपने शौर्य और साहस से पूरी दुनिया में भारत की ताकत का लोहा मनवाया। उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया द्वारा भारतीय लड़ाकू विमान गिराने के झूठे दावों की भी पोल खोली। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति मानवतावादी है और हम ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की सोच रखते हैं।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी शैलेंद्र सिंह और वरिष्ठ पत्रकार संजीव कौशिक ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने विद्यार्थियों और शोधार्थियों के ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी मीडिया की भूमिका पर पूछे गए सवालों के जवाब दिए। कार्यक्रम के अंत में सहायक प्राध्यापक डॉ. अलेख एस नायक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
संगोष्ठी में डॉ. विकास सिवाच, डॉ. जितेन्द्र, डॉ. सीएम मीणा, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. संजीव कौशिक, प्रदीप बालरोडिया, आनंद शर्मा, विभाग के शोधार्थी और विद्यार्थी मौजूद रहे। आयोजन का संयोजन डॉ. सुरेन्द्र और डॉ. आलेख एस नायक ने किया। मंच संचालन सहायक आचार्य डॉ. नीरज कर्ण सिंह ने किया।