नीतीश कुमार ने हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर समाज के लिए बिना किसी भेदभाव के काम किया:मनीष वर्मा
मनीष वर्मा ने अपने संबोधन में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा
विपक्ष में बैठे लोगों को जब मौक़ा मिला था तो सब घर भरने में लग गए थे:मनीष वर्मा
सारण(बिहार)JDU के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा अपने चुनावी कार्यक्रम के दौरान एक दिवसीय दौरे पर सारण पहुंचे। यहां उन्होंने जिले के परसा विधानसभा क्षेत्र के खानपुर और बभनगांवा में पार्टी के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बैठक की और विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर विस्तार से बात की।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मनीष वर्मा ने कहा,
हम नीतीश जी की सरकार बनाने के लिए आपसे समर्थन मांगने आए हैं। नीतीश कुमार जी ने आपके क्षेत्र सहित पूरे बिहार के विकास के लिए जितना कार्य किया है, यदि किसी अन्य राज्य में कोई नेता इतना काम करता, तो उसे प्रचार की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री बिजली और पानी मुफ्त करने के नाम पर चुनाव जीत लेते हैं।
उन्होंने कहा कि जिन्होंने 2005 से पहले का बिहार देखा है, वे जानते हैं कि उस समय राज्य की स्थिति कितनी भयावह थी। तब सड़कों पर चलना असुरक्षित था, चौक-चौराहों पर लूटपाट आम बात थी। उस समय के मुख्यमंत्री ने हर जिले को टुकड़ों में बांटकर बाहुबलियों को सौंप दिया था। डीएम और एसपी तक उन्हीं को रिपोर्ट करते थे। पटना में अपहरण होने पर मुख्यमंत्री आवास से तय होता था कि फिरौती में कितना पैसा देना है। यह बहुत शर्म की बात थी कि जिसके हाथ में जनता की सुरक्षा थी, वही अपराधियों का सरगना बना हुआ था। उस समय बिहार के लोग जब बाहर जाते थे, तो उन्हें अपने राज्य का नाम बताने में शर्म महसूस होती थी।
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था सुधारी, बल्कि विकास के नए आयाम भी स्थापित किए। 2015 में जब ‘नल का जल’ योजना शुरू हुई थी, तब बिहार के केवल 2% घरों में नल का पानी पहुंचता था। आज यह आंकड़ा 95% से अधिक हो गया है। नीतीश कुमार जी ने हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर समाज के लिए बिना किसी भेदभाव के काम किया है। वे देश के ऐसे इकलौते नेता हैं जो बीस वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे, कई बार केंद्र सरकार में मंत्री पद संभाला, फिर भी आज तक उनके दामन पर एक भी दाग नहीं लगा।
मनीष वर्मा ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा,
कुछ लोग जिन्हें साल भर भी सत्ता नहीं मिली, वे अपना घर भरने में लग जाते हैं। आज जो हमारे खिलाफ ताल ठोक रहे हैं, उनके परिवार के कारनामे बिहार की जनता नहीं भूली है। जब उनके पिता रेलवे में चपरासी की नौकरी देते थे, तो बदले में लोगों से जमीन लिखवा लेते थे। उन्होंने बिहार को लूटकर रख दिया था।

