तकनीकी शिक्षा ही मनुष्य के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन कर सकती है:एडवोकेट गणेश
बिहार:डॉ भीमराव आवासीय उच्च विद्यालय सीवान के बच्चियों को तकनीकी शिक्षा पर व्याख्यान आयोजित की गई।जिसमे एडवोकेट गणेश राम उर्फ ज्ञान रत्न ने बताया की पाषाण काल से लेकर आज आधुनिक युग तक तकनीकी शिक्षा का हमेशा महत्व रहा है जिस समय लोग किसी प्रकार की तकनीक से परिचित नहीं थे उस समय भी पत्थरों को धारदार बनाकर शिकार करने का काम करते थे।आज उस दौर से गुजरते हुए इंसान बेतार का यानी मोबाइल युग तक पहुंच गया साथ ही साथ तकनीकी शिक्षा का ही देन है कि आज लोग चांद पर पहुंचकर खेती करने की बात करते हैं।उन्होंने कहा की हर युग में, हर समय में जिन लोगों ने किसी बिंदु पर चिंतन और मनन करने का काम किया उन्हें कुछ सकारात्मक नतीजा मिला। जैसे जेम्स वाट ने वाष्प के इंजन का आविष्कार किया। गैलीलियो ने दूरबीन का आविष्कार किया। न्यूटन ने पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण शक्ति का पता लगाया, बल्ब का आविष्कार, सिलाई मशीन का आविष्कार, कंप्यूटर का आविष्कार, टाइपराइटर का आविष्कार, आदि तकनीकी शिक्षा से मनुष्य के जीवन में आमूल चूक परिवर्तन हुआ है। इसलिए हमें तकनीकी शिक्षा पर विशेष बल देना चाहिए और तकनीकी शिक्षा ही मनुष्य के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन कर सकती है। इस अवसर पर विद्यालय के विद्वान और विदुषी शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित रहे।जिला कल्याण पदाधिकारी संजय झा के निर्देश पर यह कार्यक्रम संपन्न किया गया।