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जिले में कोरोना टीकाकरण को गति देने के लिये विशेष रणनीति पर होगा अमल: जिलाधिकारी

प्रतिमाह लगभग दो लाख लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने को लेकर हो रही है तैयारी:
हर सप्ताह में चार दिन संचालित किये जायेंगे विशेष टीकाकरण अभियान, टीका के प्रति बढ़ा है आम जन का भरोसा:

अररिया(बिहार)विश्व योग दिवस पर आयोजित मिशन 30 हजार की अप्रत्याशित सफलता के बाद अब जिला प्रशासन मिशन एक लाख व प्रति माह दो लाख लोगों को कोरोना टीका लगाने के लक्ष्य हासिल करने के प्रयास में जुटा है। इस सिलसिले में बुधवार को आत्मन हॉल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने कहा कि 30 हजार का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 61 हजार 545 डोज लगाया गया। ये उपलब्धि स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास, जीविका और जिला प्रशासन के आपसी समन्वय व सहयोग के कारण मिली। वहीं उन्होंने टीका के प्रति जागरूक व प्रेरित करने के लिये मीडिया की भूमिका की सराहना भी की। साथ ही उन्होंने कहा कि एक दिन में 61 हजार से अधिक डोज की उपलब्धि राज्य में एक रिकॉर्ड बन गया है। जिले वासी भी बधाई के पात्र हैं। आम जनों में भी टीके के प्रति विश्वास बढ़ा है। रुझान भी बढ़ा है।

जिले में अब तक 2.94 लाख लोगों को टीका का पहला डोज: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने कहा कि अब तक जिले में 2.94 लोगों को प्रथम व 46 हजार से अधिक लोगों को टीका का दूसरा डोज लग चुका है। मिशन एक लाख की बाबत उन्होंने कहा कि एक दिन में निर्धारित दिवस पर एक लाख लोगों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है। योजनाबद्ध तरिके से काम हो रहा है। वहीं प्रतिमाह दो लाख के लक्ष्य की रणनीति की जानकारी देते हुए डीएम ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री के 6 माह में 6 करोड़ कार्यक्रम के मद्देनजर जिले में प्रतिमाह लगभग दो लाख लोगों का टीकाकरण किया जाना निर्धारित है। जिसके लिये स्वास्थ्य विभाग आवश्यक तैयारी कर रहा है। इस अभियान के तहत सप्ताह में चार दिन सघन टीकाकरण अभियान चलेगा। इसके अंतर्गत प्रत्येक शनिवार को वृहद पैमाने पर टीकाकरण किया जायेगा।

स्थानीय टाउनहॉल में टीकाकरण कियोस्क स्थापित:
उन्होंने बताया कि स्थानीय टाउनहॉल में टीकाकरण कियोस्क स्थापित किया गया है। ये सुबह नौ से रात नौ बजे तक संचालित रहता है। लोग वहां जा कर टीका ले सकते हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए डीएम ने बताया कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या स्थिरीकरण दिवस पर आम लोगों के बीच परिवार नियोजन के संबंध में जागरूकता अभियान चलेगा। आशा कार्यकर्ताओं के जरिये पखवाड़ा का आयोजन होगा। इस दौरान परिवार नियोजन से संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही गर्भनिरोधक सामग्रियों का वितरण होगा। बताया गया कि सदर अस्पताल के प्रसव और ऑपरेशन कक्ष को लक्ष्य प्रमाणीकरण के लिये चुना गया है। राज्य स्तर से समीक्षा कर प्रस्ताव भारत सरकार को प्रमाणीकरण के लिये भेजा गया है। वहीं इस अवसर पर मौजूद एसपी हृदयकांत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के कारण कोरोना की दूसरी लहर पर जल्द काबू पाने में सफलता मिली। जिलेवासियों ने भी लॉकडाउन का अनुपालन किया। उन्होंने कहा कि खतरा अभी भी टला नहीं है। कोविड अनुरूप व्यवहार अभी भी आवश्यक है। साथ ही उन्होंने जिले वासियों से बारी आने पर कोरोना का टीका लगवाने की अपील भी की।

संभावित बाढ़ के खतरों को लेकर है पूरी तैयारी:
जिलाधिकारी ने कहा कि संभावित बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जिले के नौ प्रखंडों के 97 पंचायत बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। जिले से गुजरने वाली प्रमुख नदियों के जलस्तर की नियमित निगरानी रखी जा रही है। सभी प्रखंडों में अधिष्ठापित वर्षामापक यंत्र ठीक ठाक काम कर रहे हैं। वर्तमान में जिले में उपलब्ध 320 नाव में से 284 परिचालन योग्य हैं। 36 कि मरम्मत कराई जा रही है। जिले में पांच महाजाल, 221 लाइफ जैकेट के अलावा जिला आपदा गृह और अंचल भंडार गृह में कुल लगभग 35 हजार पॉलिथीन शीट्स उपलब्ध हैं। मानव और पशु दवा का पर्याप्त मात्रा में भंडार कर लिया गया है। पशु राहत शिविर के लिये जिले में 23 ऊंचे स्थल चयनित किये गए हैं। जिला पशुपालन कार्यालय में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। बाढ़ के दौरान अनाज भंडारण के लिये अंचल स्तर पर गोदाम चिन्हित किये गये हैं। कुल 311 ऊंचे शरण स्थल चिन्हित किये गये हैं।