स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा में दिए सख्त निर्देश
छपरा:जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। शनिवार को उपविकास आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल ने समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में दी जा रही सेवाओं के विभिन्न पैरामीटर की जांच की। साथ ही सुधार के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि कुछ प्रखंडों का प्रदर्शन अच्छा है, जबकि कुछ प्रखंडों में सुधार की जरूरत है। ओपीडी में मरीजों की औसत प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए लगातार प्रयास करने को कहा गया। सभी आशा कार्यकर्ताओं का भव्या ऐप पर निबंधन हो चुका है। उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है। ऐप के माध्यम से शत-प्रतिशत ऑनलाइन रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

टेली कंसलटेंसी सेवा में लक्ष्य के मुकाबले कम उपलब्धि पर नाराजगी जताई गई। इसमें सुधार के निर्देश दिए गए। यह सेवा स्पोक एंड हब प्रणाली पर आधारित है। स्पोक के रूप में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर काम करते हैं। वहां से सीएचओ डॉक्टर से फोन पर मरीज की बात कराते हैं। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं मरीज को संबंधित केंद्र से दी जाती हैं।

प्रत्येक आशा कार्यकर्ता के पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की सूची के आधार पर समीक्षा करने को कहा गया। इससे एएनसी और प्रसव की निगरानी की जाएगी। अगर कोई आशा गर्भवती महिला को निजी अस्पताल ले जाती है, तो उसकी ट्रैकिंग होगी। ऐसे मामलों में संबंधित आशा पर कार्रवाई की जाएगी।

जिले में संपूर्ण टीकाकरण की उपलब्धि लगभग 95 प्रतिशत रही है। कुछ प्रखंडों में यह औसत से कम पाई गई। वहां सुधार के निर्देश दिए गए। 102 एम्बुलेंस सेवा के रिस्पांस टाइम को कम करने और सेवा में सुधार लाने के लिए भी सख्त निर्देश दिए गए।
सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों को केवल जेनेरिक दवाएं ही लिखने को कहा गया है। इसके लिए पीएचसी, अनुमंडलीय अस्पताल और सदर अस्पताल में रैंडमली प्रेस्क्रिप्शन की जांच करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में सिविल सर्जन, डीपीएम, सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।