कालाजार डोजियर से तय होगी उन्मूलन की दिशा
सिवान:जिले में कालाजार उन्मूलन अभियान को गति देने के लिए पीरामल स्वास्थ्य कार्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण सह समीक्षात्मक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश लाल ने की। उन्होंने कहा कि कालाजार के उन्मूलन में जिले ने अहम प्रगति की है। अंतिम सफलता के लिए स्वास्थ्य कर्मियों, पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम अधिकारियों और पीओसीडी की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। समय पर दस्तावेज तैयार करना भी उतना ही जरूरी है। डोजियर न सिर्फ सरकारी प्रयासों की समीक्षा का माध्यम है, बल्कि यह प्रमाण भी है कि जिला लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।

बैठक में डॉ. लाल ने की-इंफॉर्मेंट्स और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर काम करने वाले इन लोगों को समय-समय पर प्रशिक्षण देना जरूरी है। जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने कहा कि यह बैठक स्वास्थ्य कर्मियों को नई दिशा और ऊर्जा देगी। उन्होंने कहा कि जन जागरूकता और कीटनाशक छिड़काव की गुणवत्ता पर खास ध्यान देना होगा। ताकि रोग दोबारा न फैले।
बैठक में सभी अधिकारियों और कर्मियों को निर्देश दिया गया कि काम के बाद समय पर सही डेटा दें। रिपोर्टिंग में पारदर्शिता रखें। इससे डोजियर निर्माण में मदद मिलेगी। बरसात के समय बालू मक्खी नमी वाले स्थानों पर पनपती है। इससे कालाजार फैलने का खतरा बढ़ता है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। घर के आसपास सफाई रखें। दीवारों पर चूना और डीडीटी का छिड़काव करें। पीरामल स्वास्थ्य और सिफार संस्था भी लोगों को सतर्क कर रही है।

पीरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यक्रम प्रमुख राजेश कुमार तिवारी ने डोजियर निर्माण की तकनीकी प्रक्रिया, जरूरी आंकड़े, केस ट्रैकिंग, इंडोर रेसिडुअल स्प्रे और निगरानी प्रणाली की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि की-इंफॉर्मेंट्स और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ता बीमारी की पहचान और रिपोर्टिंग में अहम भूमिका निभाते हैं। इन्हें लगातार प्रशिक्षण देना जरूरी है। कालाजार के लक्षण, इलाज, दवा वितरण और मरीजों के फॉलोअप की जिम्मेदारी को बेहतर ढंग से निभाने की जरूरत है।

डोजियर के जरिए राज्य और केंद्र सरकार को बताया जाएगा कि पिछले एक साल में जिले में कितने कालाजार के मामले सामने आए। साथ ही जिले की वर्तमान स्थिति क्या है। बैठक में डीवीबीडीसी नीरज कुमार सिंह, वीडीसीओ विकास कुमार, कुंदन कुमार, सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, पीरामल स्वास्थ्य के राजेश कुमार तिवारी, पीओसीडी सहित कई अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।