Homeक्राईमदेशबिहार

किस्त नहीं दे सकी महिला, फांसी लगाकर जान दी

गुठनी(सीवान)मिश्रौली गांव में 32 साल की महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला मुथूट माइक्रोफिन लिमिटेड से 65 हजार रुपए का ऋण अप्रैल 2024 में ली थी। वह हर महीने की किस्त समय पर जमा कर रही थी। जून महीने की किस्त 2570 रुपए नहीं दे सकी। बेटे मधुकर कुमार (8 वर्ष) का हाथ टूट गया था। इलाज में पैसे खर्च हो गए। महिला ने शनिवार को किस्त देने का वादा किया था।

शनिवार सुबह मुथूट फाइनेंस के तीन कर्मचारी घर पहुंचे। महिला से किस्त की मांग की। महिला ने पति से बात कर दोपहर एक बजे देने की बात कही। चर्चा है की बैंक कर्मियों ने महिला से अपमानजनक बातें कही। इसके बाद महिला चुपचाप छत पर बने कमरे में चली गई। दरवाजा बंद कर लिया। परिजनों ने सोचा वह सो रही है। कुछ देर बाद आवाज नहीं आई तो बेटी वंदना कुमारी (9 वर्ष) ने खिड़की से देखा। मां फंदे से लटकी थी। वह चिल्लाई। परिजन पहुंचे। दरवाजा खोला। महिला दुपट्टे से सीलिंग फैन में फंदा लगाकर लटक रही थी। उसकी मौत हो चुकी थी।

परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए सिवान सदर भेजा गया। घटना की जानकारी मिलते ही सरपंच खुर्शीद अंसारी, चित्ताखाल के मुखिया नमिलाल पासवान, भाकपा माले प्रखंड सचिव रामाजी यादव सहित कई सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता पहुंचे। पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। पुलिस से मांग की कि ऋण वसूली में महिलाओं को अपमानित न किया जाए। दोषियों पर कार्रवाई हो।वही मुथूट माइक्रोफिन लिमिटेड के कमियों का कहना है कि किस्त वसूली के लिए कर्मी गए थे और तगादा कर वापस आ गए,परिजनों का आरोप बेवुनियाद है।