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सतर्कता ही है कोरोना से बचाव का सबसे बेहतरीन उपाय

  • लक्षण दिखाई देने पर कराएँ कोरोना जांच, खुद को करें आइसोलेट
  • लोगों की सकारात्मकता से मिलेगी मानसिक मजबूती
  • होम आइसोलेशन के दौरान स्वास्थ्य विभाग का मिला पूरी तरह सहयोग
  • मास्क व सैनिटाइजर का नियमित करें प्रयोग
  • लोगों को भी करते रहें जागरूक

किशनगंज(बिहार)कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है. ऐसे में लोगों को इसके लिए अभी भी पूरी तरह सतर्क रहना जरूरी है. लोगों की सतर्कता से ही हम कोरोना को पूरी तरह हरा सकते हैं. किसी भी व्यक्ति को अगर संक्रमण के थोड़े से भी लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे तुरंत ही अपने नजदीकी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों से सम्पर्क करना चाहिए. लक्षण के दिखते ही उसे नजरअंदाज करने से आसपास के लोग भी पूरी तरह इसकी चपेट में आ सकते हैं. इसलिए इसके प्रति सतर्कता ज्यादा जरूरी है. इसके साथ ही हर किसी को नियमित रूप से हैंड सैनिटाइजर व मास्क का प्रयोग हमेशा करना चाहिए, क्योंकि जब तक कोरोना संक्रमण की वैक्सीन नहीं आती तब तक मास्क व सैनिटाइजर ही हमें संक्रमित होने से रोके रख सकता है.

आम बीमारी हो सकते हैं कोरोना के लक्षण :
कोचाधामन प्रखंड में कार्यरत प्रखंड विकास पदाधिकारी (वीडीओ) सिकंदर आलम ने बताया कि आम बीमारीयों को नजरअंदाज करना कोरोना को बढ़ावा देना हो सकता है. उन्होंने बताया संक्रमण काल मे भी नियमित रूप से कार्यरत रहने के कारण उन्हें भी सर्दी-खांसी व बुखार जैसी छोटी समस्या हो गई थी, पर उन्होंने इसे आम छोटी बीमारी समझ कर नजरअंदाज कर दिया. परेशानी बढ़ने और परिवार में लोगों के कहने पर जब उन्होंने कोरोना की जांच करवाई तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव निकली. फिर तत्काल उन्होंने अपने साथ ही उनके परिवार के लोगों की भी कोरोना जांच कारवाई, जिसमें उनकी पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव निकली. तुरंत उन्होंने खुद और पत्नी को होम आइसोलेट कर लिया व डॉक्टरों के दिये गए सभी दिशा निर्देशों का पालन किया. इस दौरान उन्होंने आपस में व परिवार के अन्य लोगों से उचित दूरी बनाए रखा.

होम आइसोलेशन के दौरान स्वास्थ्य विभाग का मिला पूरी तरह सहयोग:
सिकंदर आलम ने बताया ने होम आइसोलेशन के दौरान स्वास्थ्य विभाग का पूरी तरह सहयोग मिला. विभाग द्वारा घर पर दवा व किट उपलब्ध कराई गई. सतर्कता की जानकारी देने के साथ ही उचित खान-पान व घरेलू उपचार के लिए भी जरूरी सूचनाएं बताई गई. समय-समय पर फोन के माध्यम से स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मियों द्वारा हमारे स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहा गया. सभी निर्देशों का पालन करने व सतर्क रहने के कारण नियमित करवाई जा रही जांच में हम दोनों का रिपोर्ट नेगेटिव आ गया. अभी हमारे परिवार में सभी लोग संक्रमण मुक्त हैं और बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं.

होम आइसोलेशन में लोगों की सकारात्मकता से मिली मानसिक मजबूती :
सिकंदर आलम ने बताया कि परिवार से दूरी व समाज के भेदभाव का डर लोगों के मन में नकारात्मक भाव उत्पन्न कर देता है. संक्रमित होने के बाद उनकी पत्नी भी मानसिक रूप से अवसाद ग्रसित हो रही थी. पर आइसोलेशन के दौरान उनके परिवार व समाज के लोगों का सकारात्मक व्यवहार उनकी पत्नी को मानसिक अवसाद से निकलने में मददगार साबित हुई. होम आइसोलेशन के दौरान उन दोनों पति-पत्नी को लोगों की सकारात्मक संवेदनाऐं उसे जल्द ठीक होने के लिए प्रेरित करती रही. इसी सकारात्मकता के कारण आज वे पूरी तरह स्वस्थ हैं.

मास्क व सैनिटाइजर का नियमित करें प्रयोग :
सिकंदर आलम बताते हैं कोरोना संक्रमण से बचे रहने के लिए सभी लोगों को नियमित मास्क व हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए. अनलॉक के बाद और त्यौहारों के आने से बाजारों में लोगों की सक्रियता बढ़ गई है. ऐसे में हर किसी को हमेशा पूरी तरह मास्क का उपयोग करना उन्हें संक्रमित होने से रोके रहने के लिए मददगार साबित हो सकता है. सिकंदर आलम ने कहा कि बहुत से लोग मास्क को केवल मुँह या उससे भी नीचे लगाकर रखते हैं जो बिल्कुल गलत है. मास्क को ऐसे लगाना चाहिए जिससे नाक-मुँह पूरी तरह बंद रहा सके. हमेशा बाहर निकलने या किसी चीज को छूने के बाद हाथ को सैनिटाइज करना भी जरुरी है.

लोगों को भी करते हैं जागरूक :
सिकंदर आलम ने बताया कि कोरोना संक्रामण से उबरने के बाद अब वह अन्य लोगों को भी जागरूक रहने की की सलाह देता हैं. साथ ही बताते हैं कि दिए गए जरूरी निर्देशों का पालन करने और लोगों के सतर्क रहने पर ही हम कोरोना काल से निकलने में सफल हो सकते हैं.