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आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारी व कर्मियों का प्राथमिकता के आधार पर लगाया जाएगा टीका

  • कार्य स्थल पर विशेष सत्र आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों को टीकाकृत करने का होगा प्रयास
  • विशेष अभियान से विभिन्न सरकारी विभाग में कार्यरत कर्मियों को मिलेगा लाभ

अररिया(बिहार)जिले में मानसून जल्द दस्तक देने वाला है। मानसून के आगमन के साथ ही संभावित बाढ़ के खतरों को लेकर जिले वासियों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं । वैश्विक महामारी के इस दौर में बाढ़ जैसी किसी आपदा से निपटने के लिये जिला प्रशासन जरूरी तैयारियों में जुटा हुआ है। जिले में हर साल आने वाली बाढ़ के दौरान राहत व बचाव संबंधी कार्यों में विभिन्न सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी व कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में राहत व बचाव संबंधी कार्य में संलग्न लोगों के स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के प्रति गंभीरता दिखाते हुए राज्य सरकार ने इन कर्मियों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित कराने का निर्णय लिया है। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को जरूरी दिशा निर्देश दिये हैं।

प्राथमिकता के आधार पर होगा विभिन्न विभागीय कर्मियों का टीकाकरण :

महामारी के इस दौर में संभावित बाढ़ के खतरों से निपटने के लिये संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इसके लिये संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मियों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाना है। ताकि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर राहत व बचाव संबंधी कार्य प्रभावित न हो। इसके लिये विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किये जायेंगे। इसमें विभिन्न विभागों से संबंद्ध अधिकारी व कर्मियों का टीकाकरण किया जायेगा।

राहत व बचाव कार्य में इन विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण :

बाढ़ के दौरान राहत व बचाव संबंधी कार्यों में बिजली विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण, लघु सिंचाई, कृषि विभाग, पीएचईडी, पशुपालन, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन, शिक्षा, बाढ़ नियंत्रण विभाग, प्रशिक्षित गोताखोर, निबंधित नाविक सहित विभिन्न प्रखंड व अंचल कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। जारी आदेश के आलोक में संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मियों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाना है।

कार्यस्थल के पास सत्र आयोजित करने का निर्देश :

प्रभारी जिलाधिकारी सह एडीएम अनिल कुमार ठाकुर ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा बाढ़ के दौरान राहत व बचाव कार्य में संलग्न विभागीय अधिकारी व कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कस में शामिल करते हुए प्राथमिकता के आधार पर उन्हें टीकाकृत किया जाने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया गया है। इसमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में कार्यरत कर्मियों को भी प्रमुखता के आधार पर शामिल करने को कहा गया है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकृत किये जाने के उद्देश्य से कार्य स्थल के आस-पास टीकाकरण सत्र के आयोजन का निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया गया है।