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अमर शहीदों की कुर्बानी की वजह से हम सुरक्षित: प्रोफेसर कुहाड़

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में भारत के 73वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर वीरवार को (हकेंवि), महेंद्रगढ़ में स्वतंत्रता दिवस समारोह का रंगारंग आयोजन हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ शैक्षणिक खंड-3 के सामने तिरंगा झंडा फहराकर कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रो. आर.सी. कुहाड़ ने उपस्थित लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में अनेकों वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी कुर्बानी दी और आज भी इस आजाद भारत की रक्षा के लिए सेना के जवान अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। ऐसे सभी वीर सपूतों को हमें सलाम करना चाहिए और उनके योगदान के हम सदैव ऋणी रहेंगे। कुलपति ने इस अवसर पर देश व विश्वविद्यालय की प्रगति में विभिन्न सहभागियों फिर वो चाहे छात्र हों, शिक्षक हों, कर्मचारी हों या फिर स्थानीय गावों के नागरिक, सभी के योगदान को अहम बताया और कहा कि बिना आपसी सहयोग के हम आगे नहीं बढ़ सकते।

विश्वविद्यालय में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का दृश्य

अपने संबोधन में कुलपति ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान को दोहराते हुए प्लास्टिक से परहेज का संकल्प दिलाया और कहा कि हम इसके विकल्प के तौर पर कपड़े व जूट के थैले के प्रयोग के लिए आमजन को प्रेरित करेंगे। कुलपति ने इस अवसर पर सीमाओं व समाज की सुरक्षा जैसे गंभीर विषयों पर प्रकाश डालते हुए आपसी सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। इसी कड़ी में कुलपति ने प्रधानमंत्री की ओर से किए गए आह्वान को उल्लेख करते हुए डिजीटल भुगतान को शहरों के बाद गांव-गांव तक पहुँचाने में भी सहयोग देने की बात कही। साथ-साथ किसानों के बीच जैविक कृषि को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। उन्होंने इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर स्थानीय लोगों की मदद से जागरूकता अभियान चलाने की बात भी कही।


कुलपति ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की प्रगति का जिक्र करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय किस तरह से शैक्षणिक व संसाधनों के विकास के मोर्चे पर लगातार सफलता के नए आयाम प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने यूजीसी नेट/जेआरएफ की परीक्षा में साल दर साल बढ़ती सफलता की दर का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों के प्लेसमेंट और उनको विभिन्न शैक्षणिक मंचों पर मिल रही उल्लेखनीय सफलतओं का जिक्र किया।

कुलपति ने कहा कि मैने इस विश्वविद्यालय को एकेडमिक ट्रेक पर लाने का संकल्प लिया था और मुझे खुशी है कि हम इस लक्ष्य को पूर्ण कर सफलता के नए-नए आयामों को प्राप्त कर रहे हैं। प्रो. कुहाड़ ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय शिक्षकों के उल्लेखनीय प्रदर्शन को भी सराहा। भविष्य की योजनाओं का जिक्र करते हुए कुलपति ने बताया जल्द ही छात्रावास की कमी को दूर कर दिया जाएगा और हमारी कोशिश है कि कोई भी विद्यार्थी छात्रावास से वंचित न रहे। इसी तरह नए प्रशासनिक खंड का कार्य भी अंतिम चरण में है। जहां तक बात स्वास्थ्य केंद्र भवन व नए कर्मचारी आवास की है तो इनका निर्माण कार्य भी जल्द ही पूरा करने की योजना है। कुलपति ने इस अवसर पर एनआईआरएफ रेंकिंग में इन्क्लूसिविटी व आउटरिच प्रोग्राम की श्रेणी में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के उल्लेखनीय प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी कोशिश है कि विश्वविद्यालय इस रेंकिंग में टॉप 100 शिक्षण संस्थानो में अपनी जगह बनाए।

नन्हीं बच्ची से राखी बंधवाते कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़

कुलपति के संबोधन के पश्चात विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान और आजाद भारत की रक्षा में सैनिकों के बलिदान के लिए उनका नमन किया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांवों से आए प्रतिनिधियों को बास्केटबॉल की किट प्रदान कर गांवों में खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। कुलपति व विश्वविद्यालय के अधिकारियों सहित कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व सैनिकों को सभागार में मौजूद नन्हीं बच्चियों ने रक्षा बंधन के पर्व पर राखी बांधी। कार्यक्रम के पश्चात कुलपति व विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संकल्प लिया।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय परिस पौधा रोपण करते हुए कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ व अन्य

कार्यक्रम में कुलपति के परिवारजनों सहित कुलसचिव श्री राम दत्त, प्रोक्टर प्रो. राजेश कुमार मलिक, प्रोवोस्ट प्रो सतीश कुमार, प्रो. नीलम सांगवान, दयानंद सरस्वती पीठाचार्य प्रो. रणवीर सिंह, प्रो. नवल किशोर, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. दीपक पंत, प्रो. संजीव कुमार, वित्त अधिकारी श्री मनोरंजन त्रिपाठी, डॉ. उप छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. आनन्द शर्मा, शिक्षा पीठ के अधिष्ठाता डॉ. प्रमोद कुमार आदि सहित विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य, गांवों के प्रतिनिधि, ग्रामीण व स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।