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किशनगंज जिले में कोरोना के 04 नए मामले और 09 हुए डिस्चार्ज

रिकवरी रेट 98.0%, 69 एक्टिव मामले, होम आइसोलेशन में इलाजरत हैं 50 मरीज
जांच के लिये लिये गये 253762 सैंपल में 241554 की रिपोर्ट निगेटिव
कोविड-19 से बचाव को अभी और रहना होगा सजग

किशनगंज(बिहार)वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में हर दिन संक्रमण के नये मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को 04 नए मामले आये। संक्रमण से बचाव के लिये जरूरी एहतियाती कदम को लेकर प्रशासनिक तौर पर लोगों को जागरूक करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। जिसको लेकर एक बार फिर से जिले में मास्क के उपयोग को लेकर प्रशासनिक सख्तियां बढ़ गयी हैं ।जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 4270 पहुंच गयी है। संक्रमण के अनुपात में लोग इससे उबरने में भी कामयाब भी हो रहे हैं। आज भी 09 लोग कोरोना को मात देकर डिस्चार्ज हुए हैं । जिले में कोरोना महामारी से ठीक होने का दर 98.0 फीसदी से अधिक है। अब तक 4185 व्यक्ति संक्रमण को मात देकर पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या फिलहाल 56 है। इसमें 65 संक्रमित होम आइसोलेशन में इलाजरत हैं। तो 04 मरीज का इलाज जिला के डाइट सेंटर पर बनाये गये विशेष कोविड केयर अस्पताल में चल रहा है।
सर्दियों में नियमों का पालन कोरोना संक्रमण के लिए बेहद जरूरी:
सिविल सर्जन डॉ श्रीनंदन ने कहा कि इस समय सर्दी, खांसी-जुकाम के कुछ विशेष लक्षण कोविड-19 जैसे ही होते हैं। इसलिए लक्षणों को नजरअंदाज बिलकुल न करें। गंध या किसी चीज का स्वाद महसूस नहीं होना कोरोना के लक्षणों में से एक है। आमतौर पर यह तब होता है जब किसी व्यक्ति की नाक बंद हो जाती है। बढ़ती उम्र के साथ भी ऐसी समस्या आती है। ठंड लगना आमतौर पर छोटी समस्या है, लेकिन यह कोरोना का लक्षण हो सकता है। खासतौर से बिना किसी कारण के ठंड महसूस हो तो इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। ठंड से पीड़ित होने पर सिरदर्द होना काफी आम है। यह तब भी हो सकता है जब आप कोरोना वायरस से संक्रमित हों। सिर पर और आंखों के ऊपर लगातार तेज दर्द कोरोना का लक्षण हो सकता है। इसलिए लापरवाही बिलकुल न करें। ठंड के मौसम में नियमित स्नान व कपड़े की सफाई करते रहें। अगर ठंड लगे तो गुनगुने पानी से हर जरूरी काम से पहले हाथ जरूर धोएँ।
लोगों में सकारात्मक बदलाव हुए पर कोविड-19 से बचाव के लिए के अभी और रहना होगा सजग :
सिविल सर्जन डॉ श्रीनंदन ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों में सकारात्मक बदलाव हुए हैं। किन्तु, अभी और सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है। ठंडजनित बीमारी का भी दौर शुरू हो चुका है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी नहीं बरतनी चाहिए। इसलिये कोरोना रोकथाम के लिए सामुदायिक स्तर पर बदलाव भी जरूरी है। समाज के प्रत्येक व्यक्ति बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करें। खुद के साथ – साथ दूसरों को भी कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए पालन करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है।
आमजनों को संक्रमण से बचाव के प्रति किया जा रहा जागरूक:
सिविल सर्जन डॉ श्रीनंदन ने कहा कि संक्रमण से जुड़े मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये जा रहे हैं। बहरहाल प्रथम चरण में कोरोना टीकाकरण की सफलता को लेकर भी विभागीय तौर पर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। प्रथम चरण में टीकाकरण की प्रक्रिया में सभी सरकारी व गैर सरकारी चिकित्सा कर्मियों के साथ-साथ आईसीडीएस कर्मियों को शामिल करने की योजना है। इसके लिये संबंधित कर्मियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। अब तक 8282 लोगों का डेटाबेस तैयार होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण को लेकर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला टास्कफोर्स की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में जिले के सभी प्रखंडस्तरीय टास्कफोर्स का गठन कर जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
कोविड 19 से बचाव हेतु टीकाकरण के लिए एईएफआई कमिटी का गठन:
कोरोना संक्रमण के टीकाकरण को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर जिले में कोविड 19 से बचाव हेतु टीकाकरण के प्रारम्भ से पूर्व डिस्ट्रिक्ट एड्वर्स इफ़ेक्ट फालोविंग इम्यूनाइजेशन (एईएफआई ) कमिटी का गठन करने का निर्देश दिया गया है। जो मुख्यतः कोविड 19 का मामला होने पर एईएफआई दिशा- निर्देश के अनुसार इसकी जांच सम्बंधित प्रतिवेदन को निर्धारित प्रपत्रों में संकलित करना एवं कोविड 19 से बचाव हेतु टीकाकरण के प्रारम्भ होने पर सभी टीकाकरण स्थलों पर
ऐनाफीलाक्सिस किट उपलब्ध करना होगा। इस कमिटी के अध्यक्ष सिविल सर्जन होंगे।

  • इन मानकों का पालन कर कोविड-19 से रहें दूर :
  • साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
  • छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें
  • घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
  • बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
  • मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें।
  • किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों।