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पूर्णिया में 27 फरवरी से होगी 05 दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत

जिले के 07.69 लाख बच्चों को पिलायी जाएगी पोलियोरोधी दवा
घर-घर पोलियो अभियान के लिए बनाए गए 1870 टीकाकरण दल
पोलियो दवा से नहीं होता कोई साइड इफेक्ट्स:
बच्चों को पोलियो पिलाने के साथ किया जाएगा कोविड-19 टीका का निरीक्षण

पूर्णिया(बिहार)जिले में 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों के लिए पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत 27 फरवरी से होगी। इसके तहत जिले में 0 से 5 वर्ष तक के अनुमानित 07.69 लाख बच्चों को दो बूंद पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए आवश्यक दल निर्धारण के साथ ही सभी प्रखंडों में पोलियो टीका उपलब्ध कराई जा रही है। सभी प्रखंडों में अतिरिक्त सब डिपो भी चिह्नित कर लिया गया है। जहां से टीकाकरण दलों को टीका उपलब्ध कराया जाएगा। पोलियो अभियान के साथ ही टीकाकरण दल द्वारा घर-घर कोरोना टीकाकरण से वंचित लोगों को भी चिह्नित किया जाएगा और उन्हें टीका लगाने के लिए जागरूक किया जाएगा।

जिले में 07.69 लाख लक्षित बच्चों को पिलायी जाएगी ‘दो बूंद’: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. विनय मोहन ने बताया कि पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के दौरान जिले के कुल 07 लाख 69 हजार 625 बच्चों को ‘दो बूंद’ की पोलियो दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए जिले में कुल 1870 टीम बनाई गई है जिसके द्वारा लोगों के घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलायी जाएगी। जिले में घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो पिलाने के लिए 1645 टीम के साथ ही 158 ट्रांजिट टीम, 52 मोबाइल टीम और 15 एक दलकर्मी की टीम बनाई गई है। टीम द्वारा कुल 6 लाख 71 हजार 500 घरों, ईंट भट्ठों, हाई रिस्क गांवों/टोलों का भ्रमण किया जाएगा। पोलियो अभियान के निरीक्षण के लिए 612 सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है। हर बच्चे तक पोलियो खुराक उपलब्ध हो इसके लिए जिले के सभी प्रखंडों में आवश्यक बी.ओ.पी.भी. दवा उपलब्ध कराई गई है।

शत प्रतिशत पोलियो टीकाकरण का है लक्ष्य: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. विनय मोहन ने बताया कि सभी बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए आशा, आंगनबाड़ी सेविका के साथ ही एएनएम को भी जिम्मेदारी दी गई है। जिले में सभी बच्चों तक पोलियो खुराक उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है और टीम के सतत प्रयास से हम इसमें शत प्रतिशत लक्ष्य जरूर हासिल करेंगे। पोलियो अभियान के लिए बनाई गई टीम द्वारा 27 फरवरी से 03 मार्च तक पांच दिन लोगों के घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी। इसके बाद भी पोलियो टीकाकरण से वंचित रह गए बच्चों को चिह्नित कर 04 मार्च को टीम द्वारा दवा पिलायी जाएगी।

0 से 05 वर्ष के बच्चों को बेहिचक पिलाएं पोलियो की दवा: एसएमओ
डब्लूएचओ एसएमओ अनीस-उर भुइयां ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27 फरवरी से पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। जिसमें 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। पोलियो दवा की कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होती है। इसलिए सभी अभिभावकों को बेहिचक अपने बच्चों को पोलियो खुराक पिलानी चाहिए। वहीं यूनिसेफ एसएमसी मुकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि बच्चों में पोलियो ग्रसित होने की संभावना ज्यादा होती है इसलिए 0 से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो दवा पिलाई जाती है। हर छः महीने में एक बार पोलियो अभियान द्वारा बच्चों को पिलाई गई ‘दो बूंद’ दवा से बच्चों को पोलियो से सुरक्षित किया जाता है। इसलिए सभी अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों को पोलियो दवा जरूर पिलानी चाहिए।

बच्चों को पोलियो पिलाने के साथ किया जाएगा कोरोना टीका का निरीक्षण: सीएस
सिविल सर्जन डॉ. एस के वर्मा ने कहा कि बच्चों को पोलियो दवा पिलाने के साथ ही टीकाकरण दल द्वारा घर में उपस्थित लोगों के कोरोना टीकाकरण की भी जानकारी ली जाएगी। इससे अबतक कोविड टीकाकरण से वंचित लोगों को चिह्नित किया जाएगा। उन सभी लोगों को संक्रमण से सुरक्षा के लिए टीकाकरण की उपयोगिता के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें टीका लगाया जाएगा।