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ईद, छठ और रामनवमी पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात

गौरी किरण

सिवान में ईद-उल-फितर, चैती छठ और रामनवमी पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। जिला दण्डाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त आदेश जारी कर सभी थानाध्यक्ष, ओपी अध्यक्ष, दण्डाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।

ईद का त्योहार 31 मार्च या 1 अप्रैल को मनाया जाएगा। यह चांद दिखने पर निर्भर करेगा। 29 मार्च को अंबेडकर भवन के संवाद कक्ष में जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता और पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार ने प्रतिनियुक्त अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। गुप्त सूचना मिलने पर तुरंत जिला दण्डाधिकारी को सूचित किया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर सेनानी सेल सक्रिय रहेगा। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर नजर रखी जाएगी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने वालों की सूची पहले से तैयार रखें और उन पर निरोधात्मक कार्रवाई करें।

जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ग्राम सेवकों से सूचना एकत्र कराएं। जहां भी शांति भंग की आशंका हो, वहां तुरंत जिला मुख्यालय को सूचित करें और आवश्यक कार्रवाई करें। थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि जहां साम्प्रदायिक तनाव की संभावना हो, वहां दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों के साथ बैठक कर शांति समिति बनाएं और उन्हें जिम्मेदारी सौंपें।

रामनवमी जुलूस के लिए सभी संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बाहर से सशस्त्र पुलिस बल बुलाया गया है। जुलूस मार्ग का शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। जुलूस की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। असामाजिक तत्वों का बांड डाउन कराया जा रहा है।

ईदगाहों और मस्जिदों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। नमाज के समय आने-जाने वाले रास्तों पर कोई अव्यवस्था न हो, इसके लिए प्रशासन सतर्क रहेगा। पर्व पूर्व बाजारों में भीड़ को देखते हुए गश्ती प्रणाली मजबूत की जाएगी।

जिला नियंत्रण कक्ष 31 मार्च से 1 अप्रैल तक कार्यरत रहेगा। इसका दूरभाष नंबर 06154-242000 है। नियंत्रण कक्ष की जिम्मेदारी हिमांशु पांडे, सहायक निदेशक दिव्यांगजन कोषांग को सौंपी गई है। अग्निशमन पदाधिकारी को अग्निशमन दस्ते की एक टुकड़ी नियंत्रण कक्ष में तैनात करने का निर्देश दिया गया है।

सभी अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अपने क्षेत्र में विधि-व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी संभालेंगे। सभी दण्डाधिकारी और पुलिस बल अपने-अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर भ्रमणशील रहेंगे। थाना, ओपी और गश्ती दल को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।