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सारण में दूसरे राज्यों से लौट रहे परिवार के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने को विशेष अभियान होगा संचालित

कल से शुरू होने वाले पल्स पोलियो अभियान में 204 टीम की प्रतिनियुक्ति:

दीपावली व छठ के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों और प्रदेशों से आने-जाने बच्चों की निगरानी को लेकर टीम गठित:

प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा छठ घाटों पर बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो की दवा: सिविल सर्जन

पल्स पोलियो अभियान के दौरान एक भी बच्चा छूटे नहीं इसका विशेष रूप से रखना होगा ध्यान: डीआईओ

सारण(बिहार)दीपोत्सव के पर्व दीपावली एवं लोक आस्था के महापर्व छठ में बड़ी संख्या में बिहार के अन्य राज्यों में नौकरीपेशा या अन्य रोजगार करने वाले लोगों का प्रदेश आगमन होता है। लिहाजा जिला सहित राज्य के अन्य हिस्सों में विशेष रूप से एहतियात के तौर पर सतर्कता बरती जा रही है। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल ने बताया कि बाहरी राज्यों से लौट रहे परिवार के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के उद्देश्य से जिले में विशेष अभियान संचालित किया जाएगा। इसके तहत दीपावली व छठ के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों और प्रदेशों से आने-जाने वाले 0 से 05 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो संक्रमण के खिलाफ जिले के रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड पर दवा पिलाई जाएगी। पल्स पोलियो अभियान की शत-प्रतिशत सफ़लता को लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से पोलियो का सेवन सुनिश्चित कराना होगा। ताकि पोलियो संक्रमण के खतरे से बच्चों का भविष्य सुरक्षित कराया जा सके। जिससे परिवार के सभी सदस्य पूरी तरह सुरक्षित माहौल में दीपावली और छठ पूजा मना सकें।

प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा छठ घाटों पर बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो की दवा: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल ने बताया कि पड़ोसी देशों में पोलियो संक्रमण का मामला सामने आने के बाद पूरे देश में इसको लेकर विशेष रूप से चौकसी बरती जा रही है। हालांकि वर्ष 2014 में ही बिहार को पोलियोमुक्त राज्य घोषित किया जा चुका है। इसके बावजूद दुनिया में कहीं भी पोलियो का वायरस मिलने के बाद बिहार सहित देश के अन्य राज्यों में प्रसार का खतरा बरकरार होने की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया जाता है। जिसको लेकर पल्स पोलियो अभियान के तहत वैसे चिह्नित स्थान जहां से बच्चे जिला, प्रखंड व संबंधित गांव में प्रवेश करेंगे वैसे स्थानों पर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए दो सदस्यीय ट्रांजिट टीम प्रतिनियुक्त की गई है। आज से यानी 10 से आगामी 20 नवंबर तक चिह्नित स्थानों पर इनकी प्रतिनियुक्ति की गयी है।

पल्स पोलियो अभियान के दौरान एक भी बच्चा छूटे नहीं इसका विशेष रूप से रखना होगा ध्यान: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. चंदेश्वर सिंह ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान की सफलता को लेकर सारण जिला मुख्यालय स्थित शहरी क्षेत्र के रेलवे जंक्शन और बस स्टैंड के प्रवेश एवं निकास द्वार सहित रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर दो सदस्यीय टीम बहाल की गयी है। जहां पर आने वाले अभिभावकों के साथ बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। पल्स अभियान के दौरान एक भी बच्चा छूटे नहीं इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों सहित टीम के अन्य कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है। पल्स पोलियो कार्यक्रम का पर्यवेक्षण संबंधित एमओआईसी,बीएचएम,बीसीएम के अलावा डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ रंजितेश,यूनिसेफ की एसएमसी आरती त्रिपाठी और यूएनडीपी के वीसीसीएम अंशुमान पांडेय के द्वारा किया जाएगा।

कल से शुरू होने वाले पल्स पोलियो अभियान में 204 टीम की प्रतिनियुक्ति: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. चंदेश्वर सिंह ने बताया कि 10 से 20 नवंबर तक आयोजित होने वाले पल्स पोलियो अभियान में छपरा जंक्शन पर 20 जबकि सोनपुर स्टेशन पर 14 टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है। वहीं बस स्टैंड में 7 टीम को लगाया गया है। जिसमें शहरी क्षेत्र स्थित सरकारी बस स्टैंड के 4 जबकि ग्रामीण क्षेत्र के साढा ढाला स्थित बस स्टैंड में 3 टीम शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पल्स पोलियो अभियान के तहत दवा पिलाने के लिए 163 टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है। इन क्षेत्रों में प्रतिनियुक्त एएनएम और आशा कार्यकर्ता को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है।