Home

कटिहार के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं द्वारा डोर टू डोर भ्रमण कर गोद भराई कार्यक्रम का किया गया आयोजन

गर्भवती महिलाओं को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों के संपर्क में लगातार रहने की आवश्यकता: सीडीपीओ
गर्भ धारण से लेकर सुरक्षित प्रसव तक विभिन्न तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए: मनीष
नवजात शिशुओं को जन्म से लेकर छह महीने तक मां का दूध पिलाना अनिवार्य: सुदेशना

कटिहार(बिहार)जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से सोमवार को गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा अपने-अपने पोषक क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली गर्भवती महिलाओं के घर पहुंच कर गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण, नियमित चिकित्सकीय जांच, सुरक्षित एवं संस्थागत प्रसव सहित परिवार नियोजन से जुड़े विभिन्न तरह के स्थायी व अस्थायी उपायों के प्रति जागरूक किया गया। आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी किशलय शर्मा ने बताया कि ज़िले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा गर्भवती महिलाओं की गोदभराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण काल सहित विभिन्न तरह के संक्रमण को लेकर गर्भवती महिलाओं को सावधानियां बरतनी चाहिए। सेविकाओं के माध्यम से गर्भावस्था के दौरान कई तरह की सावधानियां एवं पोषण से संबंधित आवश्यक जानकारियां उपलब्ध करायी जा रही हैं। ताकि प्रसव के दौरान किसी तरह से कोई परेशानी नहीं हो।

गर्भवती महिलाओं को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों के संपर्क में लगातार रहने की आवश्यकता: सीडीपीओ
बरारी प्रखंड की सीडीपीओ मधुमिता ने बताया कि स्थानीय प्रखण्ड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर कोविड-19 संक्रमण का बचाव करते हुए सेविकाओं के माध्यम से गर्भवती महिलाओं के घर-घर जाकर उन्हें गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन कर उनलोगों को पोषण से संबंधित सलाह दी गई। इसके साथ ही पोषक क्षेत्र की महिलाओं को बताया गया कि गर्भधारण की पुष्टि होने के बाद गर्भवती महिलाओं को अपने-अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों से संपर्क स्थापित कर समय-समय पर नियमित रूप से चिकित्सक या एएनएम दीदी से सलाह व जानकारी लेते रहनी चाहिए। ताकि भविष्य में किसी तरह से कोई परेशानी नहीं ही हो। प्रसव पूर्व सभी तरह के आवश्यक जांच नियमित रूप से कराते रहना चाहिए।

गर्भ धारण से लेकर सुरक्षित प्रसव तक विभिन्न तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए: मनीष
पिरामल स्वास्थ्य ( स्वास्थ्य एवं पोषण) के प्रोग्राम लीड मनीष कुमार ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र संख्या- 23, 24, 26, 27 व 28 पर संबंधित सेविकाओं के माध्यम से गर्भधारण अवधि से लेकर सुरक्षित प्रसव तक बरते जाने वाली तमाम तरह की सावधानियों की जानकारी उपस्थित महिलाओं को दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि गर्भावस्था के दौरान सभी गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से भोजन में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट व वसा को शामिल करना बेहतर होता हैं। इसके साथ ही निर्धारित मात्रा में हल्का व सुपाच्य आहार भी लेना चाहिए। इसके लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, ताजे फल, अंडा व दूध का सेवन नियमित रूप से करने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रेरित किया गया।

नवजात शिशुओं को जन्म से लेकर छह महीने तक मां का दूध पिलाना अनिवार्य: सुदेशना
बरारी प्रखंड की महिला पर्यवेक्षिका सुदेशना ने बताया कि स्थानीय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत 23 की सेविका सोनी कुमारी, 24 की गौरी देवी, 26 की सुमन पंडित, 27 की गीता देवी एवं 28 की आंगनबाड़ी सेविका चिंता देवी द्वारा अपने-अपने पोषण क्षेत्रों में डोर टू डोर भ्रमण कर गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पोषण राखी का अभी आयोजन किया गया। सेविका सोनी कुमारी द्वारा ख़ुद राखी का निर्माण कराया गया था। इसके साथ ही स्तनपान व पोषण को लेकर विशेष रूप से ध्यान दिया गया। क्योंकि स्तनपान सप्ताह का अंतिम दिन होने के कारण धूम धाम से गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन कर पोषण से संबंधित जानकारी दी गई।