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बिना बिचौलिए का ऋण उपलब्ध कराए बैंक: जिलाधिकारी

मोतिहारी(बिहार)जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने समाहरणालय स्थित डॉ. राधाकृष्णन सभागार में जिला स्तरीय क्रेडिट सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक ली। बैठक में सभी बैंकों के जिला समन्वयक और जिला अग्रणी प्रबंधक मौजूद थे। उप विकास आयुक्त शंभु शरण पांडे, जिला परिषद अध्यक्षा ममता राय, मोतिहारी के उपमहापौर डॉ. लाल बाबू प्रसाद, सांसद संजय जायसवाल के प्रतिनिधि प्रदीप सराफ, विधायक शमीम अहमद के प्रतिनिधि, रिजर्व बैंक के एलडीओ मलय रंजन, नाबार्ड के डीडीएम आनंद अतिरेक, आरसेटी डायरेक्टर संजय झा और जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।

बैठक की शुरुआत जिला अग्रणी प्रबंधक गोपाल प्रसाद ने स्वागत भाषण से की। उप विकास आयुक्त शंभु शरण पांडे ने कहा कि बैंकों को ऋण देने में बिचौलिए की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने केसीसी ऋण प्रवाह के लिए प्रखंड स्तर पर कृषि ऋण शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिविर की पूर्व सूचना जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से दी जाए।

सरकारी ऋण योजनाओं में निजी बैंकों को भी सरकारी बैंकों की तरह प्रदर्शन करने पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी बैंकों की उपलब्धि को प्रतिशत के रूप में डीएलसीसी रिपोर्ट में दर्शाने का निर्देश दिया। नीलम पत्रवाद पर भी चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन मामलों का लोक अदालत में समझौता हो चुका है, उनकी सूची सभी बैंक जल्द से जल्द नीलम पत्र पदाधिकारी को सौंपें।

केसीसी पशुपालन और मत्स्य पालन ऋण की स्वीकृति बैंकवार उपलब्ध कराने का निर्देश जिला अग्रणी प्रबंधक को दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी बैंक अपनी उपलब्धि की रिपोर्ट के साथ बैठक में उपस्थित हों।

जिला परिषद अध्यक्षा ममता राय ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की रडिया शाखा और पंजाब नेशनल बैंक की नवादा शाखा के अपने नियत स्थान पर न चलने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यदि वर्तमान कार्यस्थल पर बैंक संचालन का कोई लिखित आदेश या लाइसेंस हो तो अगली बैठक में प्रस्तुत करें। साथ ही, उच्च अधिकारियों को इस मामले में ध्यान दिलाकर शाखाओं को पुराने स्थान पर वापस लाने की पहल करें।