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कोरोना की दूसरी लहर में सही पोषण से ही मजबूत होगी रोग प्रतिरोधक क्षमता,खानपान का रखें ख्याल

हल्दी व लहसुन इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार

शरीर को पूरा आराम देना भी जरूरी, लें अच्छी नींद

किशनगंज(बिहार)कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उभर कर सामने आये हैं। इनमें एक सवाल रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) को लेकर है। इम्युनिटी शरीर की वो प्रणाली है जो हमें रोगों से सुरक्षित रखती है। इसके लिए जरूरी है कि हम अपने खानपान का विशेष ख्याल रखें। आयुष मंत्रालय की ओर से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के उपाय बताये गये हैं।

सही खानपान से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत कर सकते हैं।
सिविल सर्जन डॉ श्री नन्दन ने लोगों से कहा है सही खानपान से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत कर सकते हैं लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हाथ धोने व सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का भी पालन भी करें। बदलते मौसम में कई तरह के जीवाणु व विषाणु हमारे शरीर पर हमला करते हैं लेकिन यदि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है तो शरीर इन रोगाणुओं से अपना बचाव करने में सक्षम होता है।

हल्दी व लहसुन इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार:
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में हल्दी व लहसुन का काफी महत्व है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी यह मानना है कि लहसुन एक अच्छा और स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ है। यह कई बीमारियों से लड़ने में कारगर है। लहसुन का इस्तेमाल अहले सुबह किया जा सकता है। सुबह सवेरे लहसुन की कुछ डलियां चबा कर खायें। इसके अलावा रात में सोते समय रोजाना एक गिलास दूध को आधा चम्मच हल्दी पाउडर के साथ उबाल लें और इसे पीयें। इसके अलावा अदरक कफ और खांसी के इलाज के लिए रामबाण माना जाता है। अदरक का सेवन कई तरह के संक्रमण और फ्लू से बचाता है। अदरक की चाय व काढ़ा बना कर इसका इस्तेमाल रोजाना सुबह या रात सोते समय कर सकते हैं।

आंवला, मौसमी व नींबू का करें रोजाना इस्तेमाल:
सिविल सर्जन डॉ श्री नन्दन ने बताया, विटामिन सी का इस्तेमाल भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता है। विटामिन सी उन फलों में अधिक मात्रा में होते हैं जिनका स्वाद खट्टा होता है। जैसे संतरा, मौसमी, स्ट्राबेरी, जामुन, नींबू व आंवला आदि का इस्तेमाल शरीर में व्हाइट् ब्लड सेल्स को बढ़ाने के लिए किया जाता है। जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। सुबह सवेरे नींबू की चाय पीना स्वस्थ माना जाता है। वहीं, उन्होंने कहा, वर्तमान दौर में सभी परिवार में एक पल्स ऑक्सीमीटर जरूर होना चाहिए और सुबह-शाम ऑक्सीजन लेवल जाँच करनी चाहिए।

ताजी हरी सब्जियों में होता है एंटीआक्सिडेंट:
ताजी हरी सब्जियां भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार हैं। पालक में विटामिन सी काफी मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीक्सिडेंट शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायता करता है। पालक को बहुत अधिक तेज आंच पर नहीं पकाना चाहिए। अन्यथा इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

पर्याप्त नींद लेना नहीं भूलें:
इन सबके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सबसे कारगर उपाय पर्याप्त नींद लेना है। तनाव और थकान रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर बनाते हैं। इसलिए रोजाना आठ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। इससे शरीर को आराम मिलता है। इस दौरान मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया तेज हो जाती और यह शरीर के लिए बहुत जरूरी है।

आयुष मंत्रालय की है ये राय:
आयुष मंत्रालय द्वारा भी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए कुछ उपाये बताये गये हैं। इन उपायों का इस्तेमाल कर हम बेहतर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बना सकते हैं।
गुनगुना पानी पीयें, तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ व मुन्नका का काढ़ा बनाकर पीयें, हल्दी दूध का नियमित इस्तेमाल।

गर्भवती महिलाएं के लिए मजबूत इम्युनिटी जरूरी:
गर्भवती महिलाओं के लिए भी जरूरी है कि वे अपनी इम्युनिटी का पूरा पूरा ख्याल रखें। पर्याप्त नींद के साथ पौष्टिक आहार लें। चूंकि इस समय शरीर में कई तरह से बदलाव हो रहे होते हैं इसलिए उनका इम्युन सिस्टम भी कमजोर होने लगता है। ऐसे में उन्हें अपने सही खानपान का पूरा ख्याल रखना चाहिए क्योंकि खराब इम्युन होने से इसका असर गर्भस्थ शिशु पर भी पड़ता है। संतुलित आहार से शरीर को सभी तरह के विटामिन मिलते हैं। विटामिन डी एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है और गर्भस्थ शिशु व मां की हड्डियां मजबूत करने के लिए भी फायदेमंद है। अपने खाने में दूध, अंडा, दाल, हरी सब्जी आदि शामिल करें।

सतर्कता जरूरी – दिन व दिन बढती जा रही है संक्रमित व्यक्तियों की संख्या:
जिले में कोविड-19 का संक्रमण तेज हो गया है। गुरुवार को 98 नए मरीजों के साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या 580 हो चुकी है। हालांकि, अब तक 46 लोग कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। नगर परिषद क्षेत्र, किशनगंज में 399, किशनगंज ग्रामीण क्षेत्र में 11, दिघलबैंक में 12, ठाकुरगंज में 23, बहादुरगंज में 20, पोठिया में 07, टेढ़ागाछ में 16, कोचाधामन में 10 तथा प्रवासी 82 व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति हैं। जिले में कुल 54 कन्टेनमेंट जोन बनाये गये हैं। जिसमें से किशनगंज शहरी क्षेत्र में 43, बहादुरगंज में 02, किशनगंज ग्रामीण 01, कोचाधामन 03, ठाकुरगंज 05 माइक्रो कंटेनमेंट जोन सक्रिय हैं। जिले के कुल 68851 व्यक्तियों का प्रथम डोज़ एवं 15507 व्यक्तियों को दूसरा डोज़ टीकाकरण किया गया है। अब तक कुल 3.88 लाख लोगों की कोरोना जांच हो सकी है। इसमें 5174 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है तो 45 लोग संक्रमण से जुड़ी चुनौती को मात देकर पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में संक्रमण की दर 1.3 है तो वही रिकवरी दर 89.0 के करीब है। संक्रमण के प्रसार की संभावना बनी हुई है। लिहाजा जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट किया है।