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उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने किया सदर अस्पताल में ब्लड बैंक, डीएनबी कोर्स व आरटीपीसीआर लैब का उद्घाटन

  • ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध कराना है लक्ष्य : उपमुख्यमंत्री
  • सदर अस्पताल में ब्लड सेपरेटर मशीन व आरटीपीसीआर लैब की भी हुई शुरुआत
  • अगले साल से शुरू होगी मेडिकल की पढ़ाई
  • रानीपतरा में शुरू हुआ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर

पूर्णिया(बिहार)उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सदर अस्पताल के प्रांगण में ब्लड बैंक, डीएनबी कोर्स एवं आरटीपीसीआर-लैब का उद्घाटन किया गया। इन सुविधाओं के शुरू होने से जिला के साथ सीमांचल के सभी लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य व्यवस्था का लाभ मिल सकेगा। ब्लड बैंक में ब्लड सेपेरेशन यूनिट की शुरुआत हुई।जिससे लोगों के खून में जिस तत्व की कमी होगी उसे आसानी से सम्बंधित तत्त्व उपलब्ध हो सकेगा। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज के रूप में यहां डिप्लोमा ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स की भी शुरुआत की गई। उद्घाटन कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के साथ मंत्री लेसी सिंह, एमएलसी दिलीप जायसवाल, सिविल सर्जन डॉ. एस के वर्मा, डीपीएम ब्रजेश सिंह व अन्य स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।

ग्रामीण स्तर तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुँचाना लक्ष्य : उपमुख्यमंत्री

उद्घाटन कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आधुनिकतम सुविधाएं और सेवा लोगों को उपलब्ध हो इसके लिए आज सदर अस्पताल प्रांगण में मेडिकल कॉलेज की शुरुआत डीएनबी कोर्स के साथ शुरू की गई है। इसके साथ ही यहां ब्लड बैंक में ब्लड सेपेरेशन मशीन, आरटीपीसीआर लैब की भी शुरुआत की गई। इससे क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने में सहूलियत हो सकेगी। इन सुविधाओं से ग्रामीण स्तर तक लोगों को स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध कराने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबल नेतृत्व और यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन की वजह से यह सारी योजनाएं सफल हो रही है।

ब्लड सेपरेटर मशीन की हुई शुरुआत :

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पूर्णिया में बहुत समय से स्थानीय मंत्री लेसी सिंह और विधायक विजय खेमका द्वारा ब्लड सेपरेटर मशीन की मांग की जा रही थी जिसकी आज से सदर अस्पताल ब्लड बैंक सेंटर में शुरुआत की गई। यह ब्लड सेपरेटर मशीन लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित होगी। जानकारी हो कि ब्लड सेपरेटर मशीन से खून को चार भागों में बांटा जाता है। अब जरूरतमंद लोगों को आवश्यकता अनुसार खून का जरूरी भाग दिए जाने में आसानी होगी। खून के चार भागों में प्लेटलेट- लोगों के रक्तस्राव नियंत्रण में, पीआरबीसी- थैलेसीमिया व एनीमिया मरीजों के लिए, प्लाज्मा- बर्न पेशेंट के लिए और क्रायो प्रेसिपिटेड- कैंसर मरीजों के लिए लाभदायक होता है।

कोरोना महामारी के जांच की चुनौती को किया स्वीकार : स्वास्थ्य मंत्री

कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि हमलोग कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहे हैं। इसकी जांच जो पूरे देश और दुनिया के लिए एक चुनौती थी। आज इस चुनौती को हमलोगों ने स्वीकार करते हुए जमीनी स्तर पर उतारा है। जो जांच यूनिट पूरे देश में सीमित स्थल तक थी उसे अब बहुत जगह शुरू किया जा रहा है। आज पूर्णिया में भी इसी आरटीपीसीआर जांच मशीन की शुरुआत की गई है। अब कोरोना जांच के लिए सैंपल कहीं बाहर भेजने की जरूरत नहीं होगी। लोगों को पहले जांच रिपोर्ट में ज्यादा समय भी लगता था जो यहाँ जांच मशीन शुरू होने पर नहीं होगा।

अगले साल से शुरू होगी मेडिकल की पढ़ाई :
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डीएनबी की पढ़ाई की सुविधा आज उपमुख्यमंत्री के द्वारा सदर अस्पताल में शुरुआत की गई है। अगले शैक्षणिक वर्ष से ही यहां पर मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई की शुरुआत करना हमारे लक्ष्य में शामिल है। हमलोग इस प्रयास को समय पर पूरा करने के लिए प्रयत्नशील हैं। ज्ञात हो कि डीएनबी तीन साल का पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है जो डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एम.डी.) के समकक्ष होता है। इस कोर्स की अनुमति नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) द्वारा दी गई है।

रानीपतरा में शुरू हुआ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर :

उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पूर्णिया पूर्व प्रखंड के रानीपतरा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रांगण में मॉडल हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर का भी उद्घाटन किया गया जो प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के तहत है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के उद्घाटन से क्षेत्र के लोगों को मुख्य स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने में सहायता मिल सकेगी। नए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर द्वारा लोगों को ओपीडी सेवा, परिवार नियोजन जांच एवं परामर्श, मातृ स्वास्थ्य जांच, नवजात शिशु, बाल्यावस्था के किशोर-किशोरियों की जांच व्यवस्था, टीबी जांच, गैर-संचारी रोग जांच आदि की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकेगी।