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हाथी पांव के मरीजों को मिला एमएमडीपी किट, उपयोग का प्रशिक्षण

जलहा(मोतिहारी)आयुष्मान आरोग्य मंदिर, संग्रामपुर में रोगी हितधारक मंच की मासिक बैठक हुई। सीएचओ जितेंद्र कुमार ने अध्यक्षता की। बैठक में एएनएम, संगिनी, आशा और आठ फाइलेरिया मरीजों समेत कुल 20 लोग शामिल हुए। इस दौरान हाथी पांव से पीड़ित तीन मरीजों को एमएमडीपी किट दिया गया। उन्हें इसके उपयोग का तरीका भी बताया गया।

रोगी हितधारक मंच के सदस्य राम गुलाम शर्मा ने कहा कि हाथी पांव का इलाज संभव नहीं है। इससे बचाव के लिए घर और आसपास सफाई जरूरी है। मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए। मच्छरों के काटने से बचना चाहिए। सरकार साल में एक बार दवा खिलवाती है। जब आशा कार्यकर्ता दवा लेकर आएं तो सभी को इसका सेवन करना चाहिए।

राम गुलाम शर्मा ने बताया कि जब वे इस बीमारी से पीड़ित हुए तो कई जगह इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब इसी के साथ जीने को मजबूर हैं। वे नहीं चाहते कि अगली पीढ़ी को यह समस्या हो। उन्होंने बताया कि सरकार एमएमडीपी किट दे रही है, जिसमें दवा, साबुन, मग, पट्टी और विशेष चप्पल शामिल है। इस चप्पल से चलने में काफी आराम मिलता है। उन्होंने कहा कि जब से एमएमडीपी किट का उपयोग कर रहे हैं, तब से काफी राहत मिली है।

राम गुलाम शर्मा ने सभी को एमएमडीपी किट के उपयोग की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान चलते रहना चाहिए। हर महीने यह बैठक जरूर होनी चाहिए, ताकि लोग इस बीमारी से बचाव के उपाय समझ सकें।