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संक्रमण की परवाह किये बगैर मरीजों की सेवा में जुटी रहीं:बीएचएम प्रेरणा

बाहरी राज्यों से लौटने वाले प्रवासियों के जांच में निभायी महत्वपूर्ण भागीदारी
बीएचएम प्रेरणा ने कहा बीमार लोगों की सेवा करने के दौरान उनसे आत्मीय रिश्ता हुआ कायम

अररिया(बिहार)कोरोना संकट के दौर में कई स्वास्थ्य कर्मियों ने संक्रमण के खतरों की परवाह किये बगैर बीमार मरीजों की सेवा की। उन तक जरूरी स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के कार्य में दिन रात लगे रहे। संकट के दौर में इन कर्मियों की सेवा व समर्पण भाव की खूब सराहना हो रही है। अपने कार्य व जिम्मेदारी के सफल निवर्हन को लेकर अररिया पीएचसी की बीएचएम प्रेरणा रानी भी इन दिनों लोगों के बीच प्रशंसा का पात्र बनी हुई हैं। जिले में जब कोरोना संक्रमण अपने चरम पर था तो प्रेरणा मानव सेवा की मिसाल बन कर सामने आयीं। पीएचसी के अन्य सहयोगियों के साथ वे दिन रात लोगों की मदद के लिये तन्मयता के साथ लगी रहीं। अपने विभागीय कार्यों का निवर्हन करते हुए उन्होंने कोरोना से बचाव को लेकर आवश्यक जानकारी लोगों के तक पहुंचाने व उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुपालन को लेकर जागरूक करती रहीं ।

प्रवासियों की जांच में निभायी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
संक्रमण काल में प्रवासी मजदूरों को लाने के लिये स्पेशल ट्रेन का परिचालन शुरू होने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों की चुनौतियां अचानक से कई गुणा बढ़ गयी थी। इस दौर में काम के बोझ तले दबे पीएचसी के एएनएम सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के मनोबल को बनाये रखते हुए जरूरी कार्यों का समय से निष्पादन गंभीर चुनौती थी। इस मुश्किल दौर में प्रेरणा बाहरी राज्यों से लौट रहे प्रवासियों की जांच में अगुआ बन कर सामने आयी। उन्होंने जांच टीम के नेतृत्व का जिम्मा संभाला। कार्य के प्रति उनका जोश व जुनून टीम में शामिल अन्य एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों के लिये प्रेरक साबित हुआ। लगतार कई दिनों तक स्टेशन पर कैंप का आयोजन होता रहा। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी रात स्टेशन पर ही गुजारना पड़ा। कुशल प्रबंधन व स्वास्थ्य कर्मियों के मजबूत हौसले के दम पर बीएचएम प्रेरणा रानी की अगुआई में बाहरी राज्यों से जिला लौटे लगभग 65 हजार से अधिक प्रवासियों की सफलतापूर्वक कोरोना जांच सुनिश्चित कराई जा सकी ।

खुद को संक्रमण से बचाने के लिये रहीं सतर्क व सचेत
बीएचएम प्रेरणा रानी ने कहा कि उस दौर में खुद के संकमित होने का खतरा हमेशा बना रहता था। इसलिये अपने काम को अंजाम देने के दौरान बेहद सतर्क व सचेत रहने की जरूरत थी। उन्होंने लगातार मास्क के सेवन, लोगों से दो गज की उचित दूरी का ख्याल व थोड़े-थोड़े समयांतराल के बाद हाथों की सफाई का पूरा ख्याल रखा। इसके अलावा ताजा पौष्टिक आहार का सेवन व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ को अपने दैनिक खान-पान में शामिल करते हुए हल्के फुल्के व्यायाम को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाया। इससे संक्रमण से बचाव में काफी मदद मिली।

बीमार लोगों की मदद करते हुए आत्मीय रिश्ता बना –
संक्रमण काल की उस अवधि में पूरा दिन क्वारेंटाइन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर व कंटेनमेंट जोन में ही बिताना होता था। इस क्रम में कई लोगों से लगातार संपर्क होता रहा। लोगों से मिल कर उन्हें संक्रमण से बचाव के उपाय व इससे निजात पाने के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुपालन को लेकर लगातार प्रेरित व जागरूक करते रहीं। मरीज मोबाइल पर लगातार संपर्क करते और अपनी तकलीफें हमसे साझा करते थे। फिर हर संभव मदद उन तक पहुंचाने का एक जुनून भी दिमाग में उठता और सुबह होते ही इसे अंजाम देने के कार्य में जुट जाती। लगातार मरीजों से बातचीत करते हुए न जाने कब उनसे एक तरह का आत्मीय रिश्ता कायम हो गया। अब जब लोग ठीक हो गये हैं तो हर दिन दर्जनों लोग महज हाल-चाल जानने के लिये फोन करते हैं। लोग मुझे व मेरे परिवार वालों की बरकत व सलामती की दुआ करते हैं। बस इसी से मन गदगद हो उठता है।

सतर्ककता के साथ कोई भी समझौता अब भी खतरनाक
बीएचएम प्रेरणा रानी कहती है कि कोरोना का संकट फिलहाल टला नहीं है। ऐसे में अपने स्तर से सतर्कता में किसी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए। लोगों को अब भी बेवजह अपने घरों से बाहर निकलने में परहेज करना चाहिये। बाहर निकलना अगर जरूरी हो तो मास्क का सेवन व भीड़-भाड़ वाली जगहों से दो गज की दूरी का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है। लोगों को इस बात के लिये जागरूक होना होगा कि उनके स्तर से की गयी कोई भी चूक उनके साथ उनके परिवारों वाले व संपर्क में आने वाले अन्य दर्जनों लोगों के लिये बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती है।

संक्रमण से बचाव को इन बातों का ध्यान रखना जरूरी–

  • नियमित रूप से मास्क का सेवन करें
  • पॉकेट सैनिटाइजर हमेशा अपने साथ रखें
    -लोगों के बीच दो गज की शारीरिक दूरी का ध्यान रखें
    -सार्वजनिक जगहों पर थूकने से परहेज करें
    -भीड़-भाड़ वाली जगहों से परहेज करें
    -थोड़े-थोड़े समयांतराल बाद साबुन या सैनिटाइजर से अपने हाथ साफ करें