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जियो-इर्फोमेंटिक टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में हकेवि संग मिलकर काम करेगा हरसैक

शिक्षण,अनुसंधान व प्रशिक्षण हेतु समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर
महेंद्रगढ़:हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ और हरियाणा अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (हरसैक), हिसार जियो-इर्फोमेंटिक टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में अब मिलकर शिक्षण, अनुसंधान और प्रशिक्षण कार्यक्रम के क्षेत्र में करेंगे।

दोनों ही संस्थानों ने इस संबंध में आपसी साझेदारी हेतु शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन पर हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव, प्रो. सारिका शर्मा ने और हरियाणा अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (हरसैक) की ओर से निदेशक डॉ. वी.एस.आर्य ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.टंकेश्वर कुमार ने कहा कि इस आपसी सांझेदारी का उद्देश्य जियो-इर्फोमेंटिक टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक साथ मिलकर, एक मंच पर आंकर शिक्षण, अनुसंधान व प्रशिक्षण के लिए आवश्यक प्रयास करना है।


प्रो.टंकेश्वर कुमार ने कहा कि अवश्य ही इस प्रयास के माध्यम से दोनों संगठन मिलकर इस क्षेत्र में नए बदलावों का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इस प्रयास के माध्यम से, भू-सूचना विज्ञान, फील्ड ट्रेनिंग, विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप और प्लेसमेंट, कौशल विकास कार्यक्रम, विशेषज्ञ व्याख्यान और संकाय विकास कार्यक्रमों के क्षेत्र में नवीनतम रुझानों के अनुसार बेहतर पाठ्यक्रम डिजाइन का कार्य किया जाएगा। हरसैक के निदेशक डॉ. डॉ. वी.एस. आर्य ने इस अवसर पर कहा कि इस आपसी करार के माध्यम से विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों में रिमोट सेंसिंग और जीआईएस प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग और दक्षता के प्रति जागरूकता पैदा की जाएगी।


विश्वविद्यालय में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के उप निदेशक व भूगोल विभाग में सहायक आचार्य डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि जियो-इंफोर्मेटिक टेक्नोलॉजी आज हमारी दैनिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती नजर आ रही है और उपयोग की जाने वाली विभिन्न प्रणालियों व तकनीकों में इस का उपयोग हो रहा है। इस तकनीक का शहरी नियोजन, मौसम पूर्वानुमान, यातायात नेविगेशन, रूट मैपिंग से लेकर ऑनलाइन डिलीवरी ऐप्स तक हर गतिविधि में उपयोग हो रहा है। ऐसे में दोनों संगठन संयुक्त रूप से संगोष्ठी, सम्मेलन, कार्यशाला, अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, व्याख्यान आदि के माध्यम से विद्यार्थियों को इस तकनीक की जानकारी उपलब्ध करायेंगे। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के लिए विश्वविद्यालय के सम्मेलन कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में कुलसचिव, प्रो. सारिका शर्मा, स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज के डीन प्रो.विनोद कुमार, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रो. विकास गर्ग, हरसैक से डॉ.अनूप कुमार और डॉ. रितेश सहित भूगोल विभाग के शिक्षक प्रभारी डॉ. मनीष कुमार व सहायक आचार्य डॉ. खेराज भी उपस्थित रहे।