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कटिहार जिले में कोविड-19 टीकाकरण अभियान का हुआ शुभारंभ

  • सदर अस्पताल के डब्लूएचओ कर्मी अभिनंदन को लगा पहला टीका
  • टीकाकरण स्थल पर बनाए गए हैं तीन कक्ष
  • कुल छः टीकाकरण कर्मी का बनाया गया है दल
  • निर्धारित तिथि पर वैक्सीन नहीं लेने पर मिलेगा एक और मौका

कटिहार(बिहार)लंबे इंतजार के बाद शनिवार को पूरे देश के साथ बिहार एवं कटिहार में भी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई।जिले के सदर अस्पताल समेत कुल 9 जगह में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ. डी एन पांडेय, डीपीएम मनीष कुमार, उपाधीक्षक डॉ आर.एन. पंडित, केअर इंडिया के डिटीएल प्रदीप बेहरा द्वारा टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर अस्पताल प्रबंधक भवेश रंजन, लेखपाल रितेश कुमार, कुंदन कुमार, नवाज आलम, शशि कुमार, नितेश कुमार, डॉ शशि किरण, डॉ आर सुमन समेत कई हेल्थ कर्मी मौजूद रहे।

सदर अस्पताल के डब्लूएचओ कर्मी अभिनंदन को लगा पहला टीका :

सदर अस्पताल टीकाकरण स्थल पर डब्लूएचओ कर्मी अभिनदंन कुमार को पहला कोविड-19 का टीका लगाया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना संक्रमण ने हम सभी को बहुत परेशानी में डाला। अब इस बात की बहुत खुशी है कि इससे बचाव के लिए टीका उपलब्ध हो गया है। मुझे बहुत खुशी है कि कटिहार जिले में इसका लाभ उठाने वाला मैं पहला लाभार्थी बना। 28 दिनों बाद इसका दूसरा डोज भी दिया जाएगा। टीका लगने के बाद से अबतक किसी तरह की परेशानी का आभास नहीं हो रहा है। यह टीकाकरण हमारे देश में निर्मित किया गया है और पूरी तरह से सुरक्षित है। अन्य लोगों को भी टीका जरूर लगवाना चाहिए।

टीकाकरण स्थल पर बनाए गए हैं तीन कक्ष :

टीकाकरण को लेकर सदर अस्पताल स्थित केंद्र पर सुबह से ही हलचल रही। निर्धारित समय पर टीकाकरण शुरू किया गया। हर केंद्र पर टीकाकरण स्थल पर तीन कक्ष बनाए गए हैं। पहले कक्ष में लाभार्थी को अपनी बारी का इंतजार करने के लिए, दूसरे कक्ष में उन्हें टीका लगने और तीसरे कक्ष में टीकाकरण के बाद लाभार्थियों को निगरानी के लिए आधा घंटा रखने के लिए बनाया गया है। सभी केंद्रों पर प्रतिदिन एक सौ स्वास्थ्य कर्मियों को टीका दिया जाना है। टीकाकरण केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया गया। सभी लाभार्थी मास्क का उपयोग करते नजर आए। टीकाकरण स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग एवं सैनिटाइजर की भी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। टीकाकरण को पहुंचने वाले लाभाथियों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही केंद्र के भीतर प्रवेश दिया जा रहा है। केंद्र के भीतर जाने के बाद लाभार्थी के नाम व पहचान का मिलान पंजीयन सूची से कर उन्हें वेटिंग रूम में बैठाया जा रहा है। सीएम डॉ. पांडेय ने बताया कि वैक्सीन की एक वाइल से दस लोगों को टीका दिया जा रहा है।

कुल छः टीकाकरण कर्मी का बनाया गया है दल :

लाभार्थियों को टीका लगाने के लिए सभी टीकाकरण स्थल पर कुल छः टीकाकरण कर्मी का दल बनाया गया है। टीकाकरण दल में भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा के लिए एक सुरक्षा कर्मी, लाभार्थियों के सत्यापन के लिए एक सत्यापन कर्ता, टीका लगाने के लिए एक टीका कर्मी, टीका कर्मी के सहयोग एवं टीकाकरण के पश्चात 30 मिनट तक लाभार्थी के अवलोकन के लिए दो उत्प्रेरक को नियुक्त किया गया है।

कोविन पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन हो रही है रिपोर्टिंग :

केअर इंडिया के निशांत कुमार ने बताया कि टीकाकारण की ऑनलाइन रिपोर्टिंग के लिए कोविन एप्प का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोविन एप्प के माध्यम से सबसे पहले लाभार्थी का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाता है ।इसके बाद पहचान पत्र के माध्यम से लोगों की पहचान मिलान की जाती है और टीकाकरण के बाद उसका अद्यतन किया जाता है। इस पोर्टल के माध्यम से रियल टाइम डेटा एंट्री की जा रही है, जो लाभार्थियों की पहचान करने और आसानी से रिपोर्टिंग के लिए सुलभ माध्यम है।

निर्धारित तिथि पर वैक्सीन नहीं लेने पर मिलेगा एक और मौका :

कटिहार के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ डीएन झा ने बताया कि पंजीकृत लिस्ट के हिसाब से जिस दिन जिस कर्मी को वैक्सीन दिये जायेंगे, उन्हें उनकी सूचना पहले ही एसएमएस द्वारा दे दी जायेगी। यदि वह कर्मी उस दिन वैक्सीन लेने के लिए नहीं पहुंचे तो उन्हें एक और मौका दिया जायेगा। यदि दूसरे दिन भी वैक्सीन लेने के लिए नहीं पहुंचे तो उन्हें तत्काल वैक्सीन से वंचित होना पड़ेगा। डॉ झा ने साफ शब्दों में कहा कि निर्धारित तिथि और समय पर वैक्सीन लेना अनिवार्य होगा। असुविधा के कारण नहीं उपस्थित होने वालों को एक दिन और का अतिरिक्त समय दिया जायेगा। उनके बाद भी उपस्थित नहीं होने पर उन्हें वैक्सीन से वंचित होना पड़ेगा और इसके लिए आगे उन्हें लंबा समय का इंतजार करना होगा। डॉ. झा ने बताया कि पहले चरण में स्वास्थ्य से जुड़े लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। कटिहार जिले में इसके लिए 14944 सरकारी स्वास्थ्य कर्मी जबकि 1845 निजी स्वास्थ्य कर्मियों का नाम पंजीकृत है।