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चुनाव में सभी बूथों पर तैनात मतदान कर्मियों को उपलब्ध कराया जायेगा कोविड प्रोटेक्शन किट

  • हर बूथ पर एक स्वास्थ्य कर्मी होंगे तैनात
  • मतदाताओं की होगी थर्मल स्क्रीनिंग, दिये जायेंगे ग्लव्स

अररिया(बिहार)कोरोना संक्रमण काल में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी बेहद महत्वपूर्ण हो गयी है. आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के मुताबिक सभी बूथों पर कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी जरूरी उपाय किये जाने हैं. इसे लेकर विभागीय स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गयी है. जानकारी अनुसार इस बार मतदान के दौरान मास्क के उपयोग व छह फिट की शारीरिक दूरी का पालन पर विशेष जोर दिया जायेगा. ताकि संक्रमण के प्रसार से जुड़ी किसी भी संभावनाओं को नकारा जा सके. साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी बूथों पर तैनात मतदान कर्मियों की सुरक्षा के लिये बूथवार विशेष स्वास्थ्य किट उपलब्ध कराया जायेगा. किट में संक्रमण से बचाव से संबंधित जरूरी चीजों को शामिल किया गया है. इसके अलावा संक्रमण से बचाव के लिहाज से विभागीय स्तर पर कई प्रयास किये जा रहे हैं. ताकि इस दौरान संक्रमण के प्रसार से संबंधित किसी तरह के खतरे को टाला जा सके.

सीएस

सभी बूथों पर उपलब्ध कराया जायेगा कोविड प्रोटेक्शन किट :

चुनाव के दौरान कोरोना से बचाव के लिये किये जा रहे उपायों की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. रूपनारायण कुमार ने कहा कि जिले में 2732 बूथ हैं. सभी बूथों पर तैनात मतदान कर्मियों की सुरक्षा के लिये स्वास्थ्य विभाग को कोविड प्रोटेक्शन कीट दिया जायेगा. एक प्रोटेक्शन कीट में बूथ पर तैनात छह मतदान कर्मियों के लिये पीपीई कीट, मास्क, ग्लव्स व सैनिटाइजर होंगे. इसके अलावा वोट डालने के लिये आने वाले मतदाताओं के लिये अलग से ग्लव्स का इंतजाम विभाग द्वारा किया जायेगा. ताकि मतदाता ग्लव्स पहन कर अपने मताधिकार का प्रयोग करें. ताकि ईवीएम के जरिये संक्रमण का प्रसार न हो सके.

मतदान केंद्र के बाहर होंगे थर्मल स्क्रीनिंग के इंतजाम :

सिविल सर्जन ने कहा कि सभी बूथों पर एक स्वास्थ्य कर्मी की तैनाती की जायेगी. संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं को बूथ पर थर्मल स्क्रीनिंग मशीन के साथ प्रतिनियुक्त किया जायेगा. वोट डालने के लिये आने वाले हर एक व्यक्ति का थर्मल स्क्रीनिंग किया जाना अनिवार्य होगा. उनके हाथों को सैनिटाइज किये जाने के बाद उन्हें उन्हें मतदान के लिये ग्लव्स दिये जायेंगे. अगर किसी भी व्यक्ति का शारीरिक तापमान 104 फारेंनहाइट से ज्यादा तापमान होने पर उन्हें मतदान केंद्र के बाहर ही रोक दिया जायेगा. उन्हें कम से कम 20 मिनट या फिर घंटा भर इंतजार करने की सलाह दी जायेगी. दोबारा थर्मल स्क्रीनिंग में अगर इसके बावजूद उनका शारीरिक तापमान 104 एफ या इससे अधिक रहा तो उन्हें जरूरी दवा उपलब्ध करायी जायेगी व उनके लिये सुरक्षा के विशेष मानकों का प्रयोग किया जायेगा.

बूथों पर वेस्ट मैनेजमेंट का होगा उत्तम प्रबंध :

इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला स्वास्थ्य प्रबंधक रेहान असरफ ने कहा कि वोटर द्वारा उपयोग किये गये ग्लव्स के निस्तारण के लिये सभी मतदान केंद्र के सौ मीटर दायरे के अंदर अंदर सौ लीटर क्षमता वाले तीन बिन रखें होंगे. इसमें बायवेस्ट सहित उपयोग में लाये गये कागज, पॉलेथिन अलग अलग डस्टबिन में जमा कराया जायेगा. जमा होने के बाद उसके निस्तारण के लिये उसे संबंधित पीएचसी लाया जायेगा. जहां पूर्व से चिह्नित एक जगह पर सारे वेस्ट मेटेरियल को डंप किया जायेगा. वेस्ट मेटेरियल के निस्तारण के लिये स्वास्थ्य विभाग से संबंद्ध सैलरजी बायोगैस मैनेजमेंट द्वारा बंद वाहन से भागलपुर भेज दिया जायेगा. जहां इसका निस्तारण किया जाना है. इसके अलावा कोरोना संक्रमित व्यक्ति को मतदान की प्रक्रिया में शामिल करने के लिये भी विभागीय तौर पर जरूरी प्रयास किये जाने की बात डीपीएम स्वास्थ्य ने कही.

कोरोना बचाव उपायों को लेकर लगातार लोगों को किया जा रहा जागरूक :

आशा कार्यकर्ता संघ की किरण झा ने कहा कि कोरोना से बचाव संबंधी उपायों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार क्षेत्र में जागरूकता अभियान का संचालन किया जा रहा है. इस क्रम में लोगों को मतदान के लिये प्रेरित करने के साथ-साथ संक्रमण से बचाव संबंधी उपाय जैसे मास्क के उपयोग, 2 गज यानि 6 फिट की शारीरिक दूरी का ध्यान सहित अन्य जरूरी उपायों के प्रति उन्हें जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.