Homeदेशविश्वविद्यालयहरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में महिला स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रित दो दिवसीय सम्मेलन संपन्न

देशभर से 300 से अधिक प्रतिभागी हुए सम्मिलित

महेंद्रगढ़:हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में महिला स्वास्थ्य एवं कल्याण पर केंद्रित दो दिवसीय सम्मेलन का समापन हो गया। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) द्वारा वित्त पोषित एवं नेशनल एकेडमी ऑफ साइक्लॉजी (एनएओपी) के सहयोग से विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित इस सम्मेलन के समापन सत्र में एमएलएसयू, उदयपुर की सेवानिवृत्त प्रो. विजयलक्ष्मी व दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. नवीन कुमार विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहे।

इस आयोजन के मुख्य संरक्षक व विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संदेश में कहा कि महिला स्वास्थ्य एवम कल्याण विषय पर केंद्रित यह आयोजन अवश्य ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगा।विश्वविद्यालय की समकुलपति प्रो. सुषमा यादव व कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने दो दिवसीय सफल आयोजन के लिए मनोविज्ञान विभाग को बधाई दी और कहा कि यह सम्मेलन समाज में सकारात्मक व परिवर्तनकारी बदलाव लाने में मददगार साबित होगा। समापत्र सत्र कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन व विश्वविद्यालय के कुलगीत के साथ हुई। इसके बाद विभिन्न क्षेत्रों और प्रतिष्ठित संस्थानों के सम्मानित विशेषज्ञों द्वारा पैनल चर्चा की गई। कार्यक्रम में विशेषज्ञ प्रो. विजयलक्ष्मी ने जीवन के मनोवैज्ञानिक विटामिन के साथ-साथ महिलाओं के जीवन के तीन एच हेल्थ, हेप्पीनेस और हारमनी यानी स्वास्थ्य, खुशी और सद्भाव के बारे में विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में दूसरे विशेषज्ञ प्रो. नवीन कुमार ने कामकाजी महिलाओं के मनोवैज्ञानिक कल्याण पर अपने विचार साझा किए।

मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. पायल कंवर चंदेल ने बताया कि दो दिवसीय इस आयोजन में 24 तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया साथ ही सम्मेलन के संयोजक प्रो. रवि प्रताप पांडे ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत किया जिसमे कार्यक्रम की एक समस्त प्रस्तुति दी। इनमें देश के 15 राज्यों से संबंधित विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 300 से अधिक विद्यार्थियों, शोधार्थियों व शिक्षकों ने प्रतिभागिता की। समापन सत्र को संबोधित करते हुए validictory keynote mein प्रो. विमला वीरा राघवन ने दो दिवसीय सफल आयोजन के लिए सम्मेलन के निदेशक, संयोजक व आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने महिला स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने में मनोवैज्ञानिकों की भूमिका पर जोर दिया। प्रो. वीराराघवन ने वैज्ञानिक रिसर्च के माध्यम से प्रतिभागियों को नारी स्वास्थ्य से अवगत कराया एवम सुधार के उपाय बताए।