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मणिपुर हिंसा:प्रधानमंत्री में थोड़ी भी नैतिकता होती तो मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर देते:प्रदेश अध्यक्ष

सीवान(बिहार)आगामी 2024 लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच अब नेताओं का दौरा तेज हो गया है। रविवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह एवं विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान सीवान पहुंचे।सीवान शहर के टाउन हॉल में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने लिए।जहां इन नेताओं का कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा जगह-जगह पर फूल माला पहना कर स्वागत किया गया। जहां कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।शहर के टाउन हॉल में हो रहे अभिनंदन समारोह सह कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और शकील अहमद खान को फूल माला के साथ स्वागत किया गया। इस दौरान अखिलेश प्रसाद सिंह ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।

सीवान जाने क्रम में बसंतपुर गांधी आश्रम में महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते प्रदेश अध्यक्ष

मणिपुर की घटना के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को थोड़ी सी भी नैतिकता नहीं है। अगर उनमें नैतिकता होती तो वहां के मुख्यमंत्री को तुरंत बर्खास्त करते।उन्होंने ने कहा की सारण प्रमंडल के सभी लोकसभा के सीटों से इस बार बीजेपी का सफाया होना तय है। बिहार के मंत्रिमंडल के विस्तार पर कहा कि कांग्रेस से दो लोग मंत्री बनेंगे। राजद के भी खाली पद भरे जाएंगे।

सीवान आने के क्रम में बसंतपुर गांधी आश्रम पर रुक कर पहले महात्मा गांधी के मूर्ति पर माल्यार्पण किया। वहां समर्थकों ने ढोल नगाड़े बजा और फूल माला पहना कर उनका स्वागत किया।वही सीवान शहर में पहुंचने के पहले शिक्षकों ने बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह तथा कांग्रेस विधायक दल के नेता का रास्ता रोक ज्ञापन सौंपा। बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ सीवान के बैनर तले शिक्षकों ने काफिले को आते देखते ही शिक्षक सड़क पर बैठ गए और नारा लगाने लगे। गाड़ी से उतरकर रास्ता रोके शिक्षकों के पास आकर अखिलेश प्रसाद सिंह, शकील अहमद खान, विजय शंकर दुबे ने उनकी बात सुनी। ज्ञापन में शिक्षकों ने कहा है कि बिहार के लाखों शिक्षक अनवरत बिहार की शिक्षा के उन्नयन में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। और लम्बे समय से राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। ज्ञापन में आगे कहा गया है कि गठबंधन में शामिल अधिकांश दलों ने चुनाव पूर्व शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग का समर्थन किया था। लेकिन आज 11 जुलाई 2023 के आन्दोलन में शामिल होने के नाम पर सीवान जिले में शिक्षकों को सीधे बर्खास्त करने की अनुशंसा जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा नियोजन इकाइयों से की गई है। इसे रद्द किया जाए तथा सरकार अविलंब सभी शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दे। वहीं बसंतपुर में भी गांधी आश्रम पर अपनी मांगों को ले विरोध प्रदर्शन कर रही आशा ने अपनी मांग पत्र सौंपा।

ज्ञात हो कि 2024 के लोकसभा की चुनाव की सुगबुगाहट के बीच सभी पार्टियां तयारी में जुट गई है। बीते सप्ताह ही चिराग पासवान सीवान में पहुंचे थे और कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। बीते दिन शनिवार को बीजेपी बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी टाउन हॉल में पहुंचे थे। छोटी-बड़ी सभी पार्टियां अब राजनीतिक बैठक और कार्यक्रम आयोजित करने लगी हैं।इसके माध्यम से पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगने के लिए प्रोत्साहित कर रहे है।