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निजी स्वास्थ संस्थाओं से प्रसव एवं मातृ स्वास्थ्य प्रतिवेदन प्रस्तुति के लिए सिविल सर्जन की अध्यक्षता में हुई बैठक

निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में हो रहे संस्थागत प्रसव की रिपोर्ट एचआईएमएस पोर्टल पर दर्ज करने का दिया गया निर्देश:
दर्ज रिपोर्ट के आधार पर कम किया जाएगा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर:
जिले के 32 निजी अस्पतालों के चिकित्सकों को दिया गया निर्देश:

पूर्णिया(बिहार)राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा अन्य अस्पतालों, निजी नर्सिंग होम व क्लीनिक जहां संस्थागत प्रसव (सिजेरियन सहित सामान्य प्रसव) करायी जा रही, उसकी जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने के लिए सिविल सर्जन की अध्यक्षता में सिविल सर्जन कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. एस. के. वर्मा ने सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को हर महीने की 10 तारीख तक पूरे माह हुए प्रसव संबंधी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित पोर्टल पर दर्ज करने का निर्देश दिया गया। इसके लिए सभी संस्थाओं को आवश्यक जानकारी भी दी गई जिससे कि संस्थान द्वारा सभी प्रसव सम्बन्धी रिपोर्ट समय से दर्ज किया जा सके। दर्ज रिपोर्ट का मूल्यांकन कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य में मातृ व शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। बैठक में सिविल सर्जन के साथ डीपीएम स्वास्थ्य ब्रजेश कुमार सिंह, डीएएम स्वास्थ्य सत्यम कुमार, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, यूनिसेफ कन्सलटेंट शिवशेखर आनंद, जिला मूल्यांकन एवं पर्यवेक्षण पदाधिकारी दीपक कुमार सहित जिले के 32 निजी नर्सिंग होम, क्लीनिक के चिकित्सक उपस्थित रहे।

निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में हो रहे संस्थागत प्रसव की रिपोर्ट पोर्टल पर दर्ज करने का दिया गया निर्देश :
आयोजित बैठक में सिविल सर्जन डॉ. वर्मा ने सभी निजी अस्पतालों के चिकित्सकों को अपने संस्था में हो रहे सभी प्रसव (सामान्य एवं सिजेरियन) की जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज करने का निर्देश दिया। सिविल सर्जन ने कहा कि राज्य द्वारा सभी प्रसव संस्थाओं को मासिक रिपोर्ट दर्ज करने के लिए एचआईएमएस पोर्टल बनाई गई है जिसपर सभी संस्थाओं द्वारा पूरे माह हुई कुल प्रसव की जानकारी दर्ज की जानी है। इसके लिए सभी निजी नर्सिंग होम व क्लीनिक को लॉग इन आईडी व पासवर्ड उपलब्ध कराई गई है । जिसकी सहायता से निजी स्वास्थ्य संस्थान द्वारा लोगों को प्रदान की जा रही सेवाओं से संबंधित आंकड़ों को समेकित कर संस्थान स्तर से ही पोर्टल पर दर्ज की जाएगी। जिला स्तर पर जिला मूल्यांकन एवं पर्यवेक्षण पदाधिकारी द्वारा इसका नियमित मूल्यांकन एवं पर्यवेक्षण किया जाएगा। उक्त सूचना के मिलने पर स्वास्थ्य विभाग को मातृ एवं शिशु के जन्म व मृत्यु संबंधी सभी जानकारी उपलब्ध हो सकेगी जिससे मातृ व शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकेगा।

जिले के 32 निजी अस्पतालों के चिकित्सकों को दिया गया निर्देश :
डीपीएम स्वास्थ्य ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में प्रसव सुविधाएं मुहैया कराने वाली 32 निजी नर्सिंग होम व क्लीनिक को अपने संस्थान में हो रही प्रसव सम्बन्धी जानकारी पोर्टल पर दर्ज करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसके लिए सभी संस्थाओं को पोर्टल पर दर्ज करने के लिए आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई है जिससे कि संस्थान द्वारा समय पर सही जानकारी दर्ज की जा सके।

पोर्टल पर दर्ज होगी प्रसव सम्बन्धी सभी तरह की जानकारी :
यूनिसेफ कन्सलटेंट शिवशेखर आनंद ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा उपलब्ध कराए गए एचआईएमएस पोर्टल पर सभी स्वास्थ्य संस्थान द्वारा क्लीनिक में हो रहे सभी प्रकार के प्रसव की जानकारी दर्ज की जाएगी। इसमें संस्था में हुए कुल प्रसव, सामान्य व सिजेरियन प्रसव, पुरुष/महिला का जन्म, कमजोर शिशु का जन्म, प्रसव के दौरान 15 से 49 वर्ष के महिलाओं की मृत्यु, प्रसव के 24 घंटे, एक माह, एक साल के अंदर हुई महिलाओं व शिशुओं की मृत्यु सम्बन्धी सभी तरह की जानकारी दर्ज की जाएगी। दर्ज आंकड़ों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसका मूल्यांकन कर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए आवश्यक प्रयास किया जाएगा।