Home

प्रसव के दौरान माता एवं शिशु के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए नवनियुक्त एएनएम व जीएनएम को मिला प्रशिक्षण

  • आपसी सामंजस्य बनाते हुए विषम स्थिति से निपटने की मिली जानकारी
  • पूरे जिले से 20 एएनएम व जीएनएम ने भाग लिया
  • एएनएम व जीएनएम का प्रशिक्षण से मातृ व शिशु मृत्यु दर में आएगी कमी

कटिहार(बिहार)प्रसव के दौरान माता एवं शिशु को बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए कटिहार जिले में नवनियुक्त एएनएम व जीएनएम को चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में पूरे जिले से 20 एएनएम व जीएनएम ने भाग लिया। इसमें सभी को प्रसव के समय व इसके बाद उन्हें स्वस्थ रखने की जानकारी दी गई । सरकार द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से अमानत प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया है।जिसके द्वारा सभी नवनियुक्त एएनएम एवं जीएनएम को प्रसव के समय माता एवं शिशु को स्वस्थ रखने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नर्स मेंटर सुपरवाइजर मिस मंजू व सिमोन मेंटर गुंजन,परिवार नियोजन समन्यवक इमोन दास एवं मजनूर रहमान खान,टेक्निकल क्लीनिकल एक्सपर्ट मिस ईश्वरी,मुख्य प्रशिक्षक के साथ डिटीएल केयर प्रदीप कुमार,डीटीओ-ओ राहुल सोनकर व डीटीओ-एफ भावना राणा उपस्थित रहीं ।

प्रसव के दौरान बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराना है उद्देश्य :

केयर इंडिया के जिला तकनीकि पदाधिकारी-आउटरीच (डीटीओ-ओ) राहुल सोनकर ने बताया कि नवनियुक्त एएनएम व जीएनएम के लिए आयोजित अमानत प्रशिक्षण का उद्देश्य महिलाओं को प्रसव के समय बेहतर चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराना है । इस समय माता व नवजात शिशु दोनों का स्वास्थ्य जोखिम में होता है। प्रशिक्षण में एएनएम व जीएनएम को प्रसव के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटते हुए माँ व शिशु को सुरक्षित रखने की जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण के द्वारा नवनियुक्त एएनएम व जीएनएम की कार्यकुशलता में वृद्धि होगी और यह उनकी क्षमता बढ़ाने में सहायक होगा ।

व्यावहारिक प्रयोग द्वारा कार्य निष्पादन की दी गई जानकारी :

केयर इंडिया के जिला तकनीकी अधिकारी-फैसिलिटी (डीटीओ-एफ) भावना राणा ने बताया कि सभी नवनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों को स्थिति की वास्तविकता का अनुभव कराने के लिए आयोजित प्रशिक्षण में कार्यों को व्यावहारिक प्रयोग कर जानकारी दी गई ।प्रैक्टिकल जानकारी देने से स्थिति को समझने में आसानी होती है ।प्रशिक्षण में सामान्य प्रसव, ऑपरेशन के द्वारा प्रसव, नवजात पुनर्जीवित प्रक्रिया (एनएनआर), प्रेगनेंसी इम्यून हाइपरटेंशन (पिआईएच), पोस्टमार्टम हम्ब्रेज (पीपीएच), प्रसव के बाद नवजात शिशु की देखभाल इत्यादि की जानकारी दी गई ।प्रसव के दौरान किसी तरह की समस्या आने पर आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए स्थिति से निपटने की भी जानकारी दी गई।

कोविड-19 संक्रमण से बचाव का रखा गया ध्यान :

केयर डीटीओ-एफ भावना राणा ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव का ध्यान रखा गया ।प्रशिक्षण में सभी प्रशिक्षित एएनएम व जीएनएम के बीच पर्याप्त दूरी रखने के साथ ही मास्क व सैनिटाइजर का भी उपयोग किया गया ।