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पुरानी पेंशन को लेकर सभी विभाग के कर्मचारियों में आक्रोश : डॉ. दिनेश पाल

छपरा(बिहार)सारण लोकनायक जयप्रकाश,राजेन्द्र बाबू, भिखारी ठाकुर एवं मजहरूल हक जैसे महापुरुषों की धरती है, इसलिए संगठन को पूरा विश्वास है कि पुरानी पेंशन की लड़ाई में सारण एक लम्बी लकीर खींचेगा। पुरानी पेंशन की लड़ाई सिर्फ एन.पी.एस. आच्छादित कर्मचारियों की ही नहीं है, बल्कि यह सबकी लड़ाई है।

आज जिन्हें पुरानी पेंशन मिल रही है उनकी अगली पीढ़ी तो एन.पी.एस. के अंतर्गत ही आएगी और जो विद्यार्थी या युवा अभी नौकरी में आने की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए भी यह जरूरी मुद्दा है। इसलिए सभी को एक साथ मिलकर पुरानी पेंशन के लिए लड़ना होगा। हमारे संगठन के लोगों ने झारखंड में इस मुद्दे को तेज कर सत्ता परिवर्तन करा दिया और आज उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। उपर्युक्त बातें डॉ. दिनेश पाल की अध्यक्षता में नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के सारण (छपरा) इकाई की वर्चुअल बैठक में बिहार राज्याध्यक्ष वरुण पाण्डेय ने कही। वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि जो हमारी सुनेंगे, हम उन्हें चुनेंगे।

हमारा किसी भी राजनीतिक पार्टी से न लगाव है और ना ही वैर। जो पेंशन की बात करेगा, वो सत्ता पर राज करेगा। हमारे संगठन के लोग एन.पी.एस. पर चोट और ओ.पी.एस. पर वोट करेंगे। जिस दिन हम सब कर्मचारी एक साथ मुट्ठी बांधकर आवाज देंगे, उसी दिन सब हमारी सुनने लगेंगे और हमारा मुद्दा सबसे बड़ा मुद्दा होगा। हरेक पार्टियाँ पुरानी पेंशन की बात करेंगी। एन.पी.एस. पेंशन के नाम पर झुनझुना है। जिनकी नौकरी बीस साल से कम है उन्हें तो सब्जी खरीदने भर भी पेंशन नहीं मिलेगा। अगर आज हम अपने हक के लिए नहीं लड़े तो सेवानिवृत्त होने के बाद हमारा बुढ़ापा बिल्कुल बदहाल हो जाएगा।

गूगल मीट के माध्यम से आयोजित वर्चुअल बैठक में सारण (छपरा) के जिला अध्यक्ष डॉ. दिनेश पाल ने कहा कि पुरानी पेंशन को लेकर सभी विभाग के कर्मचारियों में आक्रोश है। अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी शीघ्र ही कर्मचारी शंखनाद करेंगे, जिसमें सारण (छपरा) के कर्मचारी अहम भूमिका निभाएंगे।

डॉ. दिनेश पाल द्वारा प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार जिला कार्यकारिणी की घोषणा की गई, जिसमें सचिव जल संसाधन विभाग के मुकेश कुमार पांडेय को, कोषाध्यक्ष आयुक्त कार्यालय के राकेश कुमार, संरक्षक शिक्षक नेता अवधेश प्रसाद तथा शिक्षक नेता सुनील कुमार को, उपाध्यक्ष राजेन्द्र महाविद्यालय, छपरा के डॉ. अनुपम कुमार सिंह, शिक्षक बोलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव एवं कृषि विभाग के कृषि समन्वयक केशव सिंह को, संयुक्त सचिव जिला स्कूल, छपरा के शिक्षक मनोज कुमार यादव, व्यवहार न्यायालय के कुणाल कुमार एवं रेल विभाग के लोको पायलट प्रशांत मिश्रा को बनाया गया है। एच. आर. कॉलेज, अमनौर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रणजीत कुमार को प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी का पदभार सौंपा गया है। सारण जिला के तीनों अनुमण्डल में तीन संगठन सचिव बनाये गये हैं, जिसमें छपरा अनुमण्डल की जिम्मेदारी गंगा सिंह महाविद्यालय, छपरा की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. माधवी को, सोनपुर अनुमण्डल का भार डायट, सोनपुर की व्याख्याता सुनयना कुमारी को एवं मढ़ौरा अनुमंडल का दायित्व प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी राकेश कुमार को सौंपा गया है। अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय, छपरा के व्याख्याता डॉ. विशाल भूषण यादव, पी. टी. सी. बंगरा के व्याख्याता पप्पू कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग, छपरा के मो. इमरान, जल संसाधन विभाग, छपरा के विजय कुमार श्रीवास्तव एवं लोकमान्य उच्च विद्यालय, छपरा के रामबाबू कुमार को कार्यकारिणी सदस्य मनोनीत किया गया है। कार्यक्रम में कार्यकारिणी के उपर्युक्त सभी सदस्यों ने अपनी बात रखी। साथ ही विजय कुमार, संजय पाण्डेय, डॉ. अजय कुमार पाल, स्वर्गदीप शर्मा, राकेश कुमार, डॉ. कुमार पंकज, पीयूष भदानी, सुनीता, राकेश कुमार, प्रमोद कुमार, मंजू, विद्यानन्द कुमार, डॉ. सतेंद्र कुमार सिन्हा, मिथुन कुमार ने भी अपना विचार व्यक्त किया। उपर्युक्त वक्ताओं के अतिरिक्त नेहा पाण्डेय, राजेश्वर प्रसाद, सुवन कुमार, डॉ. जया कुमारी पाण्डेय, बबिता बर्धन, जीवाकर हैदर, डॉ. चन्दन श्रीवास्तव, रमेश कुमार, राकेश कुमार, मो. जावेद खान, ऋषिराज आनंद, अनिरुद्ध कुमार सिंह, डॉ. विद्याधर सिंह, तपस्या, कमल कुमार सिंह, अनिल कुमार, बिनोद कुमार, डॉ. अमित रंजन, डॉ. प्रदीप कुमार सिंह, बृजमोहन पासवान, विजय शंकर विक्रम, ब्रजनंदन कुमार, राजदेव कुमार, डॉ. ऐमन रेयाज, सुशील कुमार, रविभूषण सिंह, डॉ. श्रीभगवान ठाकुर, डॉ. इंदु कुमारी एवं आलोक कुमार यादव आदि बैठक में उपस्थित रहे।