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पूर्णियाँ जिले में पोषण माह में हुई 3 करोड़ 33 लाख से अधिक लोगों की जन-भागीदारी, गतिविधियों में जिला को मिला 8वां स्थान

• जिले में पोषण माह में हुआ 652840 गतिविधियों का आयोजन
• सामूहिक सहभागिता में पूर्णियाँ रहा चौथे स्थान पर
• 1 से 30 सितंबर तक जिले में चलाया गया राष्ट्रीय पोषण अभियान

पूर्णियाँ(बिहार)राष्ट्रीय पोषण अभियान कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया गया, जहां विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हुए आम लोगों को पोषण से जोड़ने का कार्य आईसीडीएस एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया. इस अभियान में गतिविधियों के अनुसार पूर्णियाँ जिला ने 8वां स्थान हासिल किया जबकि सामूहिक सहभागिता के अनुसार पूर्णियाँ चौथा स्थान पर रहा. जिले में कुपोषण को मिटाने के उद्देश्य से आईसीडीएस द्वारा पोषण अभियान चलाया गया जिसमें स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों का भी सहयोग रहा. इस दौरान आयोजित होने वाली समस्त गतिविधियों को पोषण अभियान के डैशबोर्ड पर डाला गया है. डैश बोर्ड पर आधारित आंकडों के अनुसार पोषण माह में जिले में 3 करोड़ 33 लाख 22 हजार 572 लोगों की भागीदारी हुई है.

पोषण माह में जिले में हुई 6 लाख 52 हजार 840 गतिविधियाँ :

आईसीडीएस के डीपीओ शोभा सिन्हा ने बताया कि पूरे पोषण माह के दौरान जिले में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया गया जिसमें पोषण रथ, पोषण परामर्श केंद्र, रंगोली, दीवार लेखन, गोदभराई, अन्नप्राशन, ग्रोथ मोनिटरिंग, मेहंदी प्रतियोगिता, साईकल रैली, पौधा रोपण, मास्क वितरण, जागरूकता अभियान जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. सभी प्रखंडों को मिलाकर जिले में कुल 6 लाख 52 हजार 840 गतिविधियां आयोजित की गई. आयोजित हुए कार्यक्रमों में 3 करोड़ 33 लाख 22 हजार 572 से अधिक लोगों की भागीदारी रही जिसमें 94 लाख 52 हजार 800 पुरूष, 1 करोड़ 09 लाख 78 हजार 06 महिला, 23 लाख 20 हजार 530 बालक एवं 36 लाख 65 हजार 568 बालिकाओं द्वारा भाग लिया गया.

सभी लोगों के सहयोग से सफल हुआ अभियान :

पोषण अभियान की जिला समन्वयक निधि प्रिया ने कहा कि पोषण अभियान में आयोजित विभिन्न गतिविधियों को सफल बनाने में सभी लाग का सहयोग रहा. इसमें आईसीडीएस में कार्यरत सीडीपीओ, एलएस, आंगनवाड़ी सेविकाएँ, सहायिकाएं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आदि का सहयोग रहा. आम लोगों ने भी पोषण की महत्वता को जानने और पोषण माह के दौरान हुए विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने में अपनी सहभागिता दर्ज कराई, जिससे पूर्णियाँ पोषण माह में इतनी उपलब्धि हासिल कर सकी.

सुपोषण के लिए अपनाऐं पोषण के पांच सूत्र :

पोषण अभियान के जिला परियोजना सहायक सुधाँशु कुमार ने बताया कि पोषण माह में लोगों को सुपोषित रहने के लिए पोषण के पाँच सूत्रों को अपनाने के लिए जोर दिया गया. इन पांच सूत्रों में शिशु के पहले 1000 सुनहरे दिन, पौष्टिक आहार, अनीमिया की रोकथाम, डायरिया रोकथाम एवं स्वच्छता को शामिल किया गया है. इन पांच सूत्रों का उपयोग कर सभी लोग स्वास्थ्य रह सकते हैं. पोषण माह के खत्म होने के बाद भी लोगों तक पोषण की जानकारियां मिलती रहेगी. इसके लिए लोग आंगनवाड़ी सेविका, आशा, एएनएम का सहयोग ले सकते हैं.

पोषण गतिविधियों के आयोजन में रखा गया कोरोना संक्रमण का खयाल :

परियोजना सहायक सुधांशु कुमार ने बताया कि पूरे माह में आयोजित विभिन्न गतिविधियों में कोरोना संक्रमण का ध्यान रखा गया. गतिविधियों के दौरान शारीरिक दूरी, मास्क का उपयोग आदि का ख्याल रखने के साथ ही लोगों को भी कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए जागरूक किया गया.