मार्च की अपराध गोष्ठी में दिए सख्त निर्देश, 3 केसों में प्रशंसा पत्र
दरभंगा:वरीय पुलिस अधीक्षक जगुनाथरड्डी जलारड्डी ने 13 अप्रैल को मार्च माह की मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन पुलिस कार्यालय में किया। बैठक की शुरुआत में सभी थानाध्यक्षों को होली, ईद और रामनवमी पूजा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने पर बधाई दी गई।
गोष्ठी में नगर पुलिस अधीक्षक, सहायक पुलिस अधीक्षक, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, अंचल पुलिस निरीक्षक, थानाध्यक्ष और शाखा प्रभारी शामिल हुए। वरीय पुलिस अधीक्षक ने थानावार लंबित, प्रतिवेदित और निष्पादित कांडों की समीक्षा की। हत्या, डकैती, लूट और दहेज हत्या जैसे गंभीर मामलों पर विशेष ध्यान दिया गया।

निर्देश दिया गया कि प्रतिवेदित कांडों की तुलना में लंबित कांडों की संख्या 2.5 गुना से अधिक न हो। SC/ST, पॉक्सो और सड़क दुर्घटना से जुड़े मामलों का समय सीमा में निष्पादन सुनिश्चित करने को कहा गया। बुधवार और शनिवार को अनुसंधान मीटिंग में सभी अनुसंधानकर्ताओं से जख्म जांच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, FSL रिपोर्ट, वारंट, बॉडी वारंट, नीलाम वारंट, इश्तेहार और कुर्की से संबंधित रिपोर्ट ली जाएगी। राज्य से बाहर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के कारण लंबित मामलों की भी समीक्षा होगी।

शराब कांडों में जब्त शराब का विनष्टिकरण और राजसात प्रस्ताव सात दिनों के भीतर भेजने का निर्देश दिया गया। सीसीए, गुंडा और डोसियर प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ई-देश बोर्ड, जन शिकायत, जॉब से जुड़े कैरेक्टर वेरिफिकेशन, पासपोर्ट वेरिफिकेशन और अभियोजन कोषांग के कार्यों की भी समीक्षा की गई।
सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया कि अनुसंधानकर्ताओं का ई-साक्ष्य ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराएं और मोबाइल में ऐप डाउनलोड कराएं। सक्रिय अपराधियों की जानकारी गुंडा पंजी में अपडेट करने को कहा गया। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए गुंडा पंजी में दर्ज अपराधियों पर धारा 126 के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
थानों में आगंतुक पंजी अद्यतन रखने, ई-साक्ष्य ऐप पर सभी महत्वपूर्ण मामलों के वीडियो अपलोड करने, शराब तस्करों पर सख्त कार्रवाई करने और चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सघन गश्ती अभियान चलाने को कहा गया। फरियादियों की समस्याएं शालीनता से सुनने और त्वरित जांच के बाद विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
दुर्घटनाओं पर नियंत्रण और यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी से समन्वय बनाने को कहा गया। न्यायालय से प्राप्त परिवाद पत्रों पर त्वरित प्राथमिकी दर्ज करने और डायल 112 पर आई शिकायतों का समय पर निपटारा करने का निर्देश दिया गया। थानाध्यक्षों को प्रतिदिन सुबह प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी के साथ मीटिंग कर टास्क तय करने को कहा गया।
गोष्ठी के दौरान कुशेश्वरस्थान थाना कांड संख्या 21/25, दिनांक 28.01.25, धारा 103/3(5) बीएनएस और 27 आर्म्स एक्ट में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिरौल मनीष चंद्र चौधरी, पूर्व थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, घनश्यामपुर थाना अध्यक्ष अजीत कुमार, तिलकेश्वर थाना अध्यक्ष अंकित चौधरी, तकनीकी टीम के विनय कुमार, धनंजय कुमार, रामबाबू राय और राजीव रंजन को प्रशस्ति पत्र दिया गया।
महिला थाना कांड संख्या 21/25, दिनांक 12.02.25, धारा 65(2) बीएनएस के सफल उद्भेदन पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिरौल मनीष चंद्र चौधरी और महिला थानाध्यक्ष आरती कुमारी को प्रशस्ति पत्र मिला। जमालपुर थाना कांड संख्या 13/25, दिनांक 01.03.25, धारा 103(1)/238/3(5) बीएनएस के सफल उद्भेदन पर जमालपुर और घनश्यामपुर थाना अध्यक्ष अजीत कुमार को भी प्रशस्ति पत्र दिया गया।
सभा के अंत में पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की समस्याएं सुनी गईं। समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।