अपने महापुरुषों की त्याग व बलिदान पर चर्चाएं की तथा अपने गौरवशाली इतिहास पर भी प्रकाश डाला। लबाना बंजारा समाज को राष्ट्रीय स्तर पर संगठित कर इसके