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वह दिन दूर नही जब देश की सभी यूनिवर्सिटीज प्राइवेट हाथों में चली जाएगी:मकबूल

मकबूल अंसारी

हाजीपुर(वैशाली)राजद के कद्दावर नेता पातेमकबूल अम्सरीपुर प्रखण्ड अध्यक्ष युवा शायर मकबूल अहमद अंसारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि छात्रों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार एवं छात्रहित के विपरीत सरकार ने जो दुस्साहस किया है वह किसी अपराध से कम नहीं है जन आक्रोश के डर से भाजपा नेता सुशील मोदी का रेलमंत्री से मिलकर ढोंग रचना है और आंदोलन वापस लेने की अपील करने से सरकार की नाकामियां छिप नहीं सकती।

इस नाकामी गतिविधियां में संलिप्त खान सर जिन्होंने बिहार बंदी को असफल बनाने में भरपूर प्रयास किया है।RRB/NTPC तो एक झांकी है पूरे देश को निजीकरण की आग में धकेलना ही भाजपा की असल रणनीति है।अंसारी ने यह भी कहा है कि भारत न तो अमेरिका है, न ही जापान और न जर्मनी।

इसलिए यहां निजीकरण एवं पूंजीवादी व्यवस्था पूर्णतः लागू करने का अर्थ है गृह युद्ध को बुलावा देना।भारत के वर्तमान सरकार की निजीकरण के सापेक्ष नीतियों से देश एवं समाज के अंतिम पंक्ति के युवा भयंकर बेरोजगारी एवं भुखमरी का शिकार होंगे।अगर देश के युवा आज भी न जागे तो वह दिन दूर नहीं जब देश के विभिन्न प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय निजी हाथों में चले जायेंगे और फिर देश का गरीब तबका उन विश्वविद्यालय सहित संस्थानों में शिक्षा प्राप्त नहीं कर पायेगा।

भारत जैसे विशाल जनसंख्या घनत्व वाले राष्ट्र में पूंजीवादी व्यवस्था को पूर्णतः लागू करने का प्रयास करने वाले ये भूल गए कि यह जेपी एवं गांधी की धरती है। जिस दिन जनता जागी उस दिन सत्ता तो दूर की बात है कार्यकर्ताओं के लाले पड़ जाएंगे।