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किशनगंज में रिकवरी रेट 91.4%, लड़ाई लंबी चलनी है, इसके लिए तैयार हैं हम

  • वर्त्तमान में कुल 411 व्यक्ति कोरोना संक्रमित
  • कोविड-19 के नए स्ट्रेन से घबराए नहीं, सावधानियां आपनकर करें सामना

किशनगंज(बिहार)जिले में कोरोना संक्रमित की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। संक्रमित होने वाले लोगों की केस हिस्ट्री ली जा रही है।इनलोगों के संपर्क में आने वाले तमाम लोगों की जानकारी हासिल की जा रही है। सभी की जांच कराई जाएगी। जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 411 हो गयी है।जबकि 32 माइक्रो कंटेनमेंट जोन हैं। कंटेनमेंट जोन की संख्या और भी बढ़ सकती है। संक्रमण के इस नयी लहर ने जहां जिले में संक्रमितों की संख्या को फिर से बढ़ा दिया है, वहीं पिछली बार की तरह फिर से लॉक डाउन लग जाने की आशंका और दूसरी असुविधाओं के बारे में सोच कर लोगों की दिनचर्या भी काफी प्रभावित हुयी है। परिस्थिति को देखते हुये टीकाकरण के साथ कोरोना सुरक्षा मानकों के पालन की अनिवार्यता और बढ़ गयी है।

जिले में कोरोना के कुल 411 एक्टिव मामले:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया की जिले में अब तक कुल 3.85 लाख लोगों की कोरोना जांच हो सकी है। प्रतिदिन 1500 जांच हो रही है , कुल जांच में 4974 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है तो 4544 लोग संक्रमण से जुड़ी चुनौती को मात देकर पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में संक्रमण की दर 1.3 है तो वही रिकवरी दर 91.4 के करीब है। मंगलवार को भी जिले में 65 नए केस के आने से संक्रमण के प्रसार की संभावना बनी हुई है। जिले में फिलहाल कोरोना संक्रमण के 411 एक्टिव मामले हैं। जिसमे से 16 व्यक्ति कोविड केयर सेंटर महेश्बथ्ना में इलाजरत है तथा शेष 395 व्यक्ति होम क्वारंटाइन है, वही बीते 24 घंटे के दौरान जिले में कोरोना संक्रमण के 22 नये मामले सामने आये हैं। 24 लोग कोरोना से स्वस्थ भी हुए है, फिलहाल जिले में कुल 32 एक्टिव कंटेनमेंट जोन सक्रिय हैं। जहा किशनगंज शहरी क्षेत्र में 24, बहादुरगंज में 02, किशनगंज ग्रामीण 01, कोचाधामन 03, ठाकुरगंज 02 माइक्रो कंटेनमेंट जोन सक्रिय हैं।

लड़ाई लंबी चलनी है, इसके लिए तैयार हैं हम:
कोरोना संक्रमण का यह दौर हमारे स्वास्थ्य अधिकारियों के लिये अब तक बेहद चुनौतिपूर्ण रहा है। संक्रमित लोगों की देखरेख के क्रम खुद संक्रमण की चपेट में आकर उन्हें बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। लेकिन अपनी जिम्मेदारियों का बोध व जनमानस की सेवा के प्रति उनके जज्बा के दम पर हम इस वैश्विक बीमारी को कड़ी चुनौती देने में अब तक बेहद सफल रहे है। इस मुश्किल दौर में एक ऐसे व्यक्ति जिनके कंधों पर समस्त जिले के स्वास्थ्य संबंधी जिम्मेदारी हो, उनकी चुनौतियों का अंदाजा लगाना बेहद सहज है। हम बात कर रहे हैं सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन की जो कोरोना संक्रमित होते हुए घर से ही जिले की स्वास्थ्य को सम्भाले हुए हैं।

कोविड-19 से घबराए नहीं, सबधानियाँ आपनकर करें सामना:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कोविड-19 से डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि, डटकर इनसे सामना करना चाहिए। इसे मात देने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति और धैर्य होना जरूरी है। इससे कोई भी व्यक्ति आवश्यक इलाज के साथ कोविड-19 को मात दे सकता है। उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें कोविड-19 संक्रमित होने की जानकारी मिली तो कुछ पल के लिए घबराये। किन्तु, फिर सोचे हम ही घबरा जाएंगे तो सामान्य लोगों का क्या होगा। इसी सोच ने उनके अंदर एक नई ऊर्जा भर दी और हम इसी साहस के साथ खुद को आइसोलेट करते हुए वे घर से ही अपना काम के साथ अपना ख्याल भी रख रहे है। साथ ही आमजनों से अपील भीकिये हैं कि 45 वर्ष के ऊपर के जिले के सभी व्यक्ति टीका अवश्य लगवाएं क्यूंकि कोविड 19 के टीके भी संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए जरूरी हैं क्योंकि यह शरीर में इस वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी का निर्माण कर प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और संतुलित रखने में सहायक है। जिससे संक्रमित होने की आशंका कम हो जाती है। हालांकि संक्रमण चक्र को तोड़ने के लिए सभी का वैक्सीनेटेड होना जरूरी है किन्तु उन आयु वर्ग को जैसी कि बुजुर्ग को जरूर से टीका लेना चाहिए जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।

जिले में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार हैं स्वास्थ्य विभाग:
जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया टीकाकरण के समय कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जा रहा है। टीकाकरण केंद्रों पर अधिक भीड़ ना हो इसको देखते हुए टीकाकरण केंद्र की संख्या बढ़ाई गई है। कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों को 24 घंटे चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चिकित्सकों व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिले के ट्रामा सेंटर में आपातकालीन 06 क्रियाशील वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। तथा जिले के कोविड केयर सेंटर महेश्बथ्ना में एक साथ कुल 100 शय्या बेड की व्यवस्था की गयी है। जहां बेड के साथ, ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता, आवश्यक औषधि एवं उपकरण की उपलब्धता, साफ सफाई की व्यवस्था, खानपान की व्यवस्था, चिकित्सक एवं पारा मेडिकल कर्मियों के रोस्टर की उपलब्धता, सीसीटीवी की उपलब्धता, आवश्यक सेनिटाइजेशन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है ।

कोविड- 19 के टीका लेने के बाद भी कोविड- 19 के नियमों का पालन करें
. बार.बार हाथ धोने की आदत डालें।
. साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
. छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढके।
. उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके।
. घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
. बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 2 गज की दूरी बनाए रखें।
. आंख नाक एवं मुंह को छूने से बचें।
. मास्क को बार.बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें।