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भारतीय संचार के मूल में नाट्य शास्त्र – कुलपति प्रो. केजी सुरेश

जब से यात्रा तब से है कथक यात्रा – शैलेंद्र शर्मा

संस्कृति सुरक्षित,तो हम सुरक्षित – पंकज चतुर्वेदी

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कथक यात्रा का हुआ आयोजन

कथक केंद्र,नई दिल्ली एवं पत्रकारिता विश्वविद्यालय का संयुक्त आयोजन

भोपाल(एमपी)माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय माखनपुरम में संस्कृति मंत्रालय के अधीन कथक केंद्र नई दिल्ली एवं पत्रकारिता विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में कथक यात्रा का आयोजन किया गया । विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ) केजी सुरेश, म.प्र. रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा, मोटिवेशनल स्पीकर पंकज चतुर्वेदी, कथक केंद्र सलाहकार समिति की चेयरमैन श्रीमति उमा डोगरा, निदेशक श्रीमति प्रणामी भगवती ने कथक यात्रा का उद्घाटन किया । कथक यात्रा के अंतर्गत सर्वप्रथम संवाद सत्र हुआ । इसके पश्चात द्वितीय एवं अंतिम सत्र में मेघा सोनी (जबलपुर), सुरभि पाराशर (उज्जैन), डॉ. नेहा कोकरे (इंदौर), एवं पूजा पंत (मुंबई) ने अपनी मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया।

इस अवसर पर कुलपति प्रो(डॉ) केजी सुरेश ने कहा कि भारतीय ज्ञान एवं भारतीय संचार के मूल में नाट्य शास्त्र है।अगर नाट्य शास्त्र को समझना है तो भरतमुनि के नाट्यशास्त्र को समझना होगा।उन्होंने कहा कि हम विद्यार्थियों में संवाद का विकास करना चाहते हैं । जिससे उन्हें जीवन की विविधताओं का अनुभव मिल सके। प्रो. सुरेश ने कहा कि हमने अपनी संस्कृति बचाकर रखी है, इसलिए हमारी हस्ती मिटती नहीं। म.प्र. रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा ने कहा कि हम सब यात्रा कर रहे हैं, पृथ्वी भी यात्रा कर रही है। जब से यात्रा हो रही है, तब से यात्रा में कथक है।मोटिवेशनल स्पीकर पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि संस्कृति सुरक्षित है तो हम सुरक्षित हैं। कथक यात्रा की प्रस्तुतियों को देखने बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित हुए।संचालन सुश्री अनुपमा अनुश्री एवं डॉ. अरुण खोबरे ने किया ।