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होली पर बक्सर में कड़ी सुरक्षा, 102 मजिस्ट्रेट और पुलिस अफसर तैनात

बक्सर(बिहार)होली 2025 के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। बुधवार को जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने दंडाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के साथ ब्रीफिंग की। होलिका दहन 13 मार्च की रात को होगा। होली 14 और 15 मार्च को मनाई जाएगी।

शहर में 102 दंडाधिकारी और 102 पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। 31 गश्ती दल और 2 जोनल अधिकारी भी निगरानी करेंगे। दो क्यूआरटी टीमें बनाई गई हैं, जो मॉडल थाना बक्सर और नया भोजपुर ओपी में रहेंगी। नाव गश्ती के लिए 5 दंडाधिकारी और 5 पुलिस अधिकारी तैनात किए गए हैं। जहाज घाट और बेयासी गंगौली मार्ग पर दो अस्थायी चेक पोस्ट बनाए गए हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि होली के साथ रमजान भी चल रहा है, इसलिए विशेष सतर्कता जरूरी है। पिछले वर्षों में जहां विवाद हुए थे, वहां अनुमंडल पदाधिकारी और पुलिस अधिकारी जरूर जाएंगे। होली के दौरान जबरन रंग लगाने से विवाद की आशंका रहती है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भीड़ बढ़ने से स्थिति बिगड़ सकती है।

होली के मौके पर बाहरी लोग स्थानीय भूमि विवाद सुलझाने की कोशिश करते हैं, जिससे तनाव बढ़ सकता है। ऐसे मामलों को पहले ही चिह्नित कर निपटाने के निर्देश दिए गए हैं। होलिका दहन स्थलों को लेकर सांप्रदायिक विवाद की संभावना रहती है। सभी थानाध्यक्षों को इन स्थलों का निरीक्षण करने और सुरक्षा पुख्ता करने के निर्देश दिए गए हैं।

होलिका दहन के दौरान आग लगने और बिजली के लटकते तारों से हादसे हो सकते हैं। बिजली विभाग को सभी जर्जर तारों की मरम्मत के निर्देश दिए गए हैं। अग्निशमन विभाग को भी सतर्क रहने को कहा गया है।

होली के नाम पर कीचड़, गोबर और पेंट फेंकने से विवाद होते हैं। झुंड में निकलने वाले जुलूसों में महिलाओं से छेड़छाड़ और सांप्रदायिक तनाव की आशंका रहती है। सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

बिहार में शराबबंदी है, लेकिन नशे की आशंका को देखते हुए मद्य निषेध विभाग को सघन छापेमारी करने को कहा गया है। सोशल मीडिया पर अफवाहों से तनाव बढ़ सकता है। अनुमंडल पदाधिकारी और पुलिस अधिकारी साइबर सेनानी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए नजर रखेंगे।

मिश्रित आबादी वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखी जाएगी। डीजे बजाने पर पूरी तरह रोक रहेगी। संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी और वीडियोग्राफी से निगरानी होगी।

नदी किनारे शराब तस्करी रोकने के लिए नाव गश्ती होगी। मद्य निषेध विभाग चिन्हित इलाकों में लगातार छापेमारी करेगा। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जाएगी।

नगर निकायों को सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल और सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की टीम दवाइयों और एंबुलेंस के साथ तैनात रहेगी। सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रखा गया है।