महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी भवन निर्माण पर चर्चा
मोतिहारी(बिहार) महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक संपन्न हुई। बैठक में विश्वविद्यालय के स्थायी भवन निर्माण से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी और शिक्षक मौजूद रहे।
बैठक में कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय अपने स्थायी भवन निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। डीपीआर तैयार हो रहा है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। भवन को अगले 100 वर्षों की संभावित आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय को सुंदर और सुव्यवस्थित बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर के लिए अतिरिक्त भूमि आवंटन की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। सड़क चौड़ीकरण और तटबंध निर्माण के प्रस्ताव जल्द भेजे जाएंगे।
बैठक में विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिलाधिकारी को अपनी अपेक्षाओं और समस्याओं से अवगत कराया। विश्वविद्यालय को मिली द्वितीय और तृतीय चरण की जमीन को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए सड़क चौड़ीकरण, बैरिया देवी स्थान से रुलही ग्राम पंचायत तक नहर किनारे चौड़ी सड़क निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग से इंजीनियरिंग कॉलेज होते हुए विश्वविद्यालय की जमीन तक सड़क चौड़ीकरण और आवंटित भूमि के तीनों टुकड़ों को जोड़ने के लिए कॉरिडोर निर्माण की मांग रखी गई।
इस बैठक में ओएसडी (प्रशासन) सच्चिदानंद सिंह, प्रो. प्रसून दत्त सिंह, प्रो. आनंद प्रकाश, प्रो. विकास पारीक, प्रो. सुनील महावर, प्रो. शिरीष मिश्रा, प्रो. प्रणवीर सिंह, प्रो. रफीकुल इस्लाम, डॉ. गोविंद प्रसाद वर्मा, डॉ. श्याम नंदन, डॉ. अतुल भार्गव, प्रो. सुनील श्रीवास्तव, डॉ. श्याम बाबू गुप्ता, डॉ. पवन, सहायक कुल सचिव दिनेश हुड्डा सहित सभी विभागों के शिक्षक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।