Homeदेशबिहारस्वास्थ्य

ईसीजी जांच पर दो दिवसीय प्रशिक्षण, 20 प्रखंडों के कर्मी शामिल

सिवान:स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में जिले में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें स्वास्थ्यकर्मियों को ईसीजी की बारीकियों और हृदय रोगों के निदान की जानकारी दी गई। कार्यशाला स्थानीय सभागार में हुई। इसमें जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश लाल और बृज हेल्थ सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई के प्रशिक्षक विजेंद्र कुमार, सुभाष पंडित और महेश कुमार ने प्रशिक्षण दिया।

प्रशिक्षकों ने ईसीजी की मूल संरचना, तरंगों की व्याख्या, सामान्य और असामान्य पैटर्न की पहचान, अतालता, मायोकार्डियल इन्फार्क्शन और इस्केमिक हार्ट डिजीज जैसे रोगों के निदान की तकनीकों पर विस्तार से जानकारी दी। सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि कार्यशाला में ईसीजी की व्याख्या, हृदय रोगों के निदान, आपातकालीन स्थिति में इसके उपयोग और नवीनतम तकनीकों से अवगत कराया गया।

विशेषज्ञों ने बताया कि ईसीजी एक सरल, त्वरित और प्रभावी तकनीक है। यह आपातकाल में हृदय की स्थिति की तुरंत जांच कर मरीज की जान बचाने में मदद करती है। प्रशिक्षकों ने बताया कि हृदय की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड कर डॉक्टर इलाज तय करते हैं। डिजिटल ईसीजी मशीन, वायरलेस मॉनिटरिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित विश्लेषण से जांच अब और सटीक व तेज हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और टेलीमेडिसिन नेटवर्क के जरिए अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी ईसीजी सेवाएं उपलब्ध हैं।

डॉ. ओम प्रकाश लाल ने बताया कि गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में पीपीपी मोड पर ईसीजी मशीनें लगाई गई हैं। इनके सफल संचालन के लिए जिला स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह एक अनूठा प्रयास है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ईसीजी का ज्ञान सभी विभागीय कर्मियों के लिए जरूरी है।

प्रशिक्षण के पहले दिन आंदर, बड़हरिया, बसंतपुर, भगवानपुर हाट, दरौली, दरौदा, गोरेयाकोठी, गुठनी, हसनपुरा और हुसैनगंज प्रखंडों से दो-दो जीएनएम या एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। दूसरे दिन लकड़ी नबीगंज, महाराजगंज, नौतन, पचरुखी, रघुनाथपुर, सदर प्रखंड, सिसवन, जीरादेई, महाराजगंज अनुमंडलीय अस्पताल और सदर अस्पताल से कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया।