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कोरोना का टीका लगाकर हमने निभाई अपनी जिम्मेदारी, अब आपकी बारी

  • कोरोना के खिलाफ जारी जंग में हम सब को निभानी होगी अपनी जिम्मेदारी
  • वैक्सीन को लेकर व्यर्थ है किसी तरह का संदेह, टीका पूरी तरह सुरक्षित

अररिया(बिहार)कोरोना संक्रमण को लेकर टीकाकरण एक कारगर हथियार साबित होने वाला है।जिले में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब तक सात सौ से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। कोरोना के टीका को लेकर अब तक कहीं से कोई शिकायत सामने नहीं आयी है। सिर्फ चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी चाह कर भी कोरोना को पूरी तरह पराजीत नहीं कर सकते।सामूहिक प्रयास व एकजूटता के दम पर ही इस वैश्विक महामारी पर निर्णायक जीत हासिल की जा सकती है।टीकाकरण के शुरुआती दौर में कोरोना का टीका लगाने वाले केयर इंडिया के बीएम अररिया नीतीश कुमार ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग से किसी न किसी रूप से जुड़े हर एक व्यक्ति का ये दायित्व है कि वे अभियान को सफल बनाने में अपना सक्रिया सहयोग करे।

टीका लगाने के तुरंत बाद अपने जरूरी कार्यों में जुटे:
स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था केयर इंडिया से लंबे समय से जुड़े नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना का टीका लगा कर मैंने समाज व देश के प्रति अपना फर्ज निभाया है।अन्य लोगों को भी इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिये ।उन्होंने कहा कि अभियान के शुरुरूआती दौर में जब लोगों के मन में टीका को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई थी, तो उन्होंने आगे आकर टीका लगाने का निर्णय लिया।टीका लगाने के बाद में केंद्र पर करीब 30 मिनट तक मेडिकल टीम की निगरानी में रहा। इस दौरान मैं पूरी तरह सहज व खुद को स्वस्थ महसूस कर रहा था।बाद में चिकत्सकों ने मुझे घर जाने की सलाह दी, लेकिन मैंने घर जाने की अपेक्षा अपने जरूरी कार्यों को निपटाना जरूरी समझा और इसमें पूरी तनम्यता के साथ जुट गया।


कतार में खड़े रहते खुद पर गर्व की हुई अनुभूति:

केयर इंडिया के बीएम नीतीश कुमार ने बताया कि जब उन्हें स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा ये जानकारी दी गयी कि टीका लगाने वाले लोगों की पहली सूची में आपका नाम शामिल है, तो उन्हें बेहद खुशी हुई। नीतीश कहते हैं कि मैंने सोचा आखिर किसी को तो आगे आना ही होगा। तो वो मैं क्यों नहीं हो सकता। तुरंत कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने लगा।देश की सुरक्षा के लिये बॉर्डर पर तैनात सैनिक जैसे अगली पंक्ति में खुद को पाकर गौरवान्वित महसूस करता है, उस दौरान मैं भी कुछ ऐसा ही महसूस कर रहा था।
टीका लगाने के लिये लोगों को कर रहे हैं प्रेरित:
नीतीश बताते हैं कि अभियान के शुरुरूआती दौर में टीका लगाकर मैंने अपने तरह के अन्य कर्मियों के लिये एक मिसाल शाल पेश के किया। मेरे बाद कई लोगों में पहेल टीका लगाने की होड़ मच गयी। टीकाकरण के चार दिन बीत जाने के बाद भी मैं खुद को पहले की तरह बेहद फिट व स्वस्थ महसूस कर रहा हूं। टीका लगाने के बाद अपने परिचितों को भी मैं इसके लिये प्रेरित करने का काम कर रहा हूं। आपसी बातचीत के क्रम में मैं लोगों के मन में टीकाकरण को लेकर व्याप्त संदेह को दूर करने का प्रयास करता हूं ।लोग मेरी बातों पर यकीन करने लगे हैं। और खुद से टीका लगाने के लिये केंद्रों पर पहुंच रहे हैं ।नीतीश बताते हैं कि 28 दिन बाद टीका के दूसरे डोज लेने के लिये भी मैं अभी से उत्साहित हूं। वे चाहते हैं उस दौरान भी उनका नाम शुरूआती लोगों के सूची में शामिल हो। नीतीश बताते हैं कि विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना टीका का दूसरा डोज लेने के 15 दिनों बाद शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण होता है। लिहाजा तब तक वे संक्रमण के किसी भी संभावना को नकारने के लिये पूरी तरह से एहतियाती उपायों पर अमल कर रहे हैं।साथ ही टीका लगाने वाले अन्य लोगों को भी इसके लिये प्रेरित व प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं।
पूरी तरह सुरक्षित है कोरेाना का टीका:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज के मुताबिक कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित है।उन्होंने कहा कि संक्रामक व महामारी के भीषण प्रकोप से बचाव के लिये पहले से ही टीकाकरण बेहद कारगर रहा है। पोलियो इसका एक बेहतर उदाहरण है।पोलियो टीकाकरण अभियान के सफल संचालन के दम पर आज हमारा देश पोलियो मुक्त होने की दिशा में अग्रसर है।उन्होंने कोरोना टीका के दोनों डोज को अनिवार्य बताते हुए कहा कि दूसरे डोज के बाद ही आप कोरोना संक्रमण के खतरों से पूरी तरह निजात पाने की उम्मीद कर सकते हैं।