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पत्रकारिता इज्जत का काम है, हुज्जत का नहीं – आशुतोष राणा

भोपाल लोकप्रिय फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा ने कहा है कि पत्रकारिता समाज का महत्वपूर्ण कार्य है इसलिए इसे लोकतंत्र के चौथे खंभे के रूप में समाज ने मान्य किया है लेकिन सही पत्रकारिता इज्ज्त का काम है हुज्ज्त का नहीं। टीवी न्यूज़ चैनलों पर होने वाली प्राइम टाइम डिबेट पर कटाक्ष करते हुए आशुतोष राणा ने कहा कि वहां एक शख्स की इज्जत बढ़ाने के लिए दूसरे की इज्जत गिराने का काम होता है, जिसे पत्रकारिता नहीं कहा जा सकता है।

फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा रविवार को रवीन्द्र भवन में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल के दो दिवसीय सत्रारंभ समारोह के अंतिम दिन विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।

विद्यार्थियों को संबोधित करते अभिनेता आशुतोष राणा

इस अवसर पर एबीपी न्यूज के वरिष्ठ पत्रकार बृजेश राजपूत ने समारोह के मंच पर ही आशुतोष राणा का लाइव साक्षात्कार लिया। इस साक्षात्कार में अभिनेता आशुतोष राणा ने अपने जीवन के कई पहलुओं पर रोचक और हास्य अंदाज में चर्चा की, जिसने श्रोताओं का मन मोह लिया। इससे पहले इस सत्र की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय के फिल्म प्रोडक्शन के छात्रों के लिए आशुतोष राणा का मार्गदर्शन मिलता रहेगा। समापन सत्र में कुलपति ने विद्यार्थियों को अगाह किया कि विद्यार्थी फेक न्यूज और गलत जानकारी के बहकावे में न आएं। उन्होने कहा कि हम विश्वविद्यालय से ऐसे पत्रकार निकालना चाहते हैं जो जनहित में किसी से भी सवाल पूछ सकें।

सत्रारंभ समारोह के दूसरे दिन भी मीडिया जगत की कई हस्तियों ने विद्यार्थियों को पत्रकारिता का पाठ पढ़ाया। पहले सत्र में “मीडिया साक्षरता”विषय पर वरिष्ठ टीवी पत्रकार डॉ. मुकेश कुमार ने समाज में मीडिया साक्षरता की कमी और उसके दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए इस पर चिंता व्यक्त की। डॉ मुकेश कुमार ने कहा कि अब हम मीडिया संचालित समाज बन गए हैं जिसके दुष्प्रभावों से बचाव जरूरी है। इसी सत्र में टाइम्स ऑफ इंडिया के वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश पिल्लई ने “चैलेंजिंग ट्रेंड्स इन इंग्लिश जर्नलिज्म” विषय पर प्रकाश डाला। उन्होने प्रिंट मीडिया और डिजीटल मीडिया पर तथ्यात्मक जानकारी दी।  

तीसरे सत्र में “कार्टून एवं पत्रकारिता” विषय पर टाइम्स ऑफ इंडिया के कार्टूनिस्ट संदीप अध्वर्यू ने अपने चुनिंदा चर्चित कार्टूनों को स्क्रीन पर प्रदर्शित करते हुए कार्टून विधा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला एवं समसामयिक घटनाओं पर बनाए विभिन्न कार्टूनों पर रोचक अंदाज में चर्चा की। इसी सत्र में दैनिक भास्कर म.प्र. छत्तीसगढ़ के संपादक अवनीश जैन ने “प्रिंट मीडिया का भविष्य” विषय पर नवाचार केंद्रित विचार रखे। श्री जैन ने कहा कि प्रिंट मीडिया के समक्ष वर्तमान में सोशल मीडिया का बढ़ता प्रभाव, न्यूज प्रिंट की बढ़ती कीमतें और पर्यावरणीय चुनौतियां खड़ी हैं। लेकिन नवाचार का उपयोग, सामग्री की विश्वसनीयता और पाठकों के फीडबैक से इन चुनौतियों से निपटा जा सकता है।

चौथे सत्र में म.प्र. शासन के जनसंपर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने विश्वविद्यालय की सत्रारंभ कार्यक्रम परंपरा की प्रशंसा करते हुए कहा कि, पाठ्यक्रमों के उन्न्यन और प्रायोगिक कार्यों से माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय दुनिया का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय बनेगा, जहां विदेश से भी विद्यार्थी पढ़ने एवं शोध करने आएंगे। प्रदेश सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय का नवीन परिसर शीघ्र ही बनकर तैयार हो रहा है, जिसमें विद्यार्थियों को और अधिक सुविधाएं मिल सकेंगीं। श्री शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र के तीन स्तंभ भले ही कमजोर हो जाएं लेकिन पत्रकारिता का चौथा स्तंभ कभी कमजोर नहीं होगा। उन्होने कहा कि देश में अच्छी पत्रकारिता से बड़ी-बड़ी शासन-सत्ताएं पलट गई हैं।

सत्रारंभ समारोह के समापन उद्बोधन में म.प्र. शासन के उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि पत्रकारिता में राष्ट्रभक्ति का भाव होना चाहिए। सही जानकारी के साथ की जानी वाली पत्रकारिता ही श्रेष्ठ पत्रकारिता है, इसके लिए समाचारों को प्रकाशन प्रसारण से पहले क्रास चैक किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि आजकल मास मीडिया और सोशल मीडिया पर भरोसा कम हो रहा है जबकि माऊथ मीडिया पर भरोसा बढ़ रहा है।

समापन समारोह में कुलपति श्री दीपक तिवारी ने विश्वविद्यालय के संस्थापक महानिदेशक श्री अरविंद चतुर्वेदी एवं विधायक कुणाल चौधरी का शाल-श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।

सत्रारंभ समारोह में नवागत विद्यार्थियों को डॉ. राजेश पाठक परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा से संबंधित नियमों की जानकारी दी, वहीं डॉ. राखी तिवारी, विभागाध्यक्ष पत्रकारिता ने विद्यार्थियों को रैगिंग के संबंध में जागरूक किया।