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कोविड-19 टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित: सीएस

  • नहीं है कोई साइडइफेक्ट, निश्चिंत होकर लगाएं टीका
  • वैक्सीन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में होगा कारगर

पूर्णिया(बिहार)वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए जिले के नौ टीकाकरण स्थल पर टीकाकरण कार्य अनवरत जारी है।जिसमें स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक, जीएनएम, एएनएम के साथ ही अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बेहिचक टीका लगवाया जा रहा हैं। टीकाकरण के बाद सभी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दिये जा रहे टीका को पूरी तरह से सुरक्षित बताया जा रहा है। टीका लेने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने जिलेवासियों को संदेश देते हुए कहा है कि टीकाकरण के लिए पंजीकृत लोगों को किसी प्रकार के अफवाह में ना पड़ते हुए टीका अवश्य लगवाना चाहिए। यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इसमें अभी तक किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हुई है। अभी तक जितने भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मियों ने टीका लिया है वह सभी लोग टीका लेने के बाद आधे घण्टे तक टीकाकरण स्थल पर चिकित्सकों की निगरानी में रहते हैं। इस दौरान किसी भी टीकाकृत व्यक्ति को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं हुआ। टीकाकरण के कुछ देर बाद ही सभी व्यक्ति अपने-अपने दैनिक कार्यो में लग जाते हैं, जो टीका के सुरक्षित होने को जाहिर करता है। लोगों को टीकाकरण के प्रति अफवाहों को अधिक महत्व नहीं देना चाहिए और जो स्वास्थ्य कर्मी प्रथम चरण के टीकाकरण के लिए पंजीकृत हैं उन्हें अपना टीका जरूर लगवाना चाहिए। टीकाकरण के सम्बंध में सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण के लिए ज़िले के सभी नौ टीकाकरण स्थल पर प्रत्येक दिन 100 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए टीकाकरण स्थल पर वेटिंग रूम, रजिस्ट्रेशन रूम, वैक्सिनेशन रूम व ऑब्ज़र्वेशन रूम भी बनाया गया है। टीकाकरण के बाद सभी को आधे घंटे के लिए ऑब्ज़र्वेशन रूम में रखा जा रहा हैं ताकि किसी लाभार्थी को किसी तरह की परेशानी पाए जाने पर उसका तत्काल उपचार कर उसे सुधार किया जा सके।

अफवाहों पर नहीं करें यकीन :
टीका लगने तथा आधे घंटे तक पर्यवेक्षण में रहने के बाद यूएनडीपी के वैक्सीन कोल्ड चेन लॉजिस्टिक मैनेजर (वीसीसीएम) सोमेश सिंह का कहना है कि कोरोना का टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। जिस तरह से हमलोग सामान्य जीवन में किसी बीमारी का इलाज कराने के लिए कोई टीका या सुई लेते थे और उस समय जितना चुभन का एहसास होता है ठीक उसी तरह का चुभन का अहसास कोरोना टीकाकरण लेते समय होता है। टीका लेने के बाद इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए ही सभी टीकाकरण स्थल पर सभी लाभार्थियों को 30 मिनट तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाता है। हालांकि अभी तक किसी लाभार्थी को कोई विशेष परेशानी नहीं हुई है। यह टीकाकरण के सुरक्षित होने को जाहिर करता है। इसलिए टीकाकरण से सम्बंधित किसी तरह के अफवाहों पर कोई भी यकीन नहीं करें और न ही इसके सम्बन्ध में कोई गलत अफवाहों को फैलाने में सहयोग करें।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने में करेगा सहयोग :

जिला कार्यक्रम प्रबंधक ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीन न सिर्फ कोरोना संक्रमण को एक-दूसरे में फैलने से रोकती है बल्कि यह वैक्सीन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढाती है। इस टीकाकरण से लोगों को अन्य किसी बीमारियों से लड़ने में भी मदद मिलेगी। यह पूरी तरह सुरक्षित है और सभी प्रकार के परीक्षण के बाद ही लोगों को लगाया जा रहा है। इसलिए सभी पंजीकृत लोगों को अपना टीका जरूर लगवाना चाहिए।

अब सप्ताह में दो दिन लगाई जाएगी कोविड-19 वैक्सीन :

टीकाकरण के विषय में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चन्द्र पासवान ने बताया कि शुरुआत से कोविड-19 टीका सप्ताह में चार दिन दिया जा रहा था लेकिन अब अगले सप्ताह से इसमें परिवर्तन किया जाने का निर्देश दिया गया है। अब सप्ताह में केवल दो दिन मंगलवार और शनिवार को कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति से दिशा-निर्देश जारी किया गया है। टीकाकरण के लिए सभी प्रबंधन पूर्व की तरह ही सभी टीकाकरण स्थल पर उपलब्ध रहेंगे।